संवाददाता, पटना श्रीअरविंद महिला कॉलेज के दर्शनशास्त्र विभाग ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया. यह आयोजन आइक्यूएसी और आर्ट ऑफ लिविंग के सहयोग से किया गया. विश्व ध्यान दिवस का उद्देश्य ध्यान के महत्व और इसके लाभों के प्रति जागरूकता फैलाना है. इस अवसर पर दर्शनशास्त्र विभाग की अध्यक्ष डॉ अनुमाला सिंह ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए ध्यान के ऐतिहासिक और दार्शनिक पक्ष पर प्रकाश डाला. आर्ट ऑफ लिविंग की फैकल्टी डॉ अनामिका पांडे ने आधुनिक तनावपूर्ण जीवन में ध्यान की आवश्यकता और उसके लाभों पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि कैसे ध्यान मानसिक शांति प्रदान करता है और जीवन को सार्थक बनाता है. कार्यक्रम में नवीन नलिन्द्र ने एक अनोखे और रुचिकर तरीके से ””क्लैप गेम”” के माध्यम से विद्यार्थियों को ध्यान की प्रक्रिया को समझाया और उसमें भाग लेने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने ध्यान को सरल और व्यावहारिक रूप में प्रस्तुत कर छात्रों का उत्साह बढ़ाया. ममता शाह ने ध्यान के दैनिक जीवन में महत्व और इसकी उपयोगिता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि ध्यान केवल मानसिक शांति ही नहीं बल्कि भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रोत्साहित करता है. कार्यक्रम की अध्यक्षता की प्राचार्या प्रो साधना ठाकुर ने ध्यान की भूमिका को वैश्विक शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. उन्होंने मानसिक शांति के माध्यम से समाज और विश्व में स्थिरता और सामंजस्य स्थापित करने की बात कही.इस आयोजन में 150 से अधिक विद्यार्थियों और शिक्षकों ने भाग लिया और ध्यान की अनूठी प्रक्रिया का अनुभव किया.
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