पटना के बेऊर जेल में बंद सोना लूटकांड का आरोपित लुटेरा प्रिंस कुमार उर्फ अभिजीत पुलिस को चकमा देकर हथकड़ी के साथ फरार हो गया. प्रिंस वैशाली जिला के गोरौल थाने के हुसैना गांव का रहने वाला है. यह कुख्यात सोना लुटेरा सुबोध सिंह का राइट हैंड है और कई सोना लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुका है. वह करीब तीन साल से बेऊर जेल में था.अशोक राजपथ पर स्थित एक कमरे में उसे सुरक्षाकर्मी पार्टी कराने लेकर गए थे. जहां से वो पुलिसकर्मियों को धक्का मारकर फरार हे गया. इस मामले में दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार किए गए जबकि 8 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है.
अस्पताल से निकलकर कमरे में पार्टी करने पहुंचा
बताया जाता है कि बेऊर जेल प्रशासन ने रूटीन शारीरिक जांच के लिए सोमवार को दिन में करीब दो बजे सुरक्षाकर्मियों के साथ पीएमसीएच भेजा था. इसके बाद उसे हथुआ वार्ड में एडमिट कराया गया था. उसके साथ दो सुरक्षाकर्मी सिपाही रंजन पासवान और हवलदार सुबोध पासवान मौजूद थे. इसी बीच सोमवार को ही देर रात कुख्यात सुबोध सिंह का गिरोह गाड़ी लेकर हथुआ वार्ड में पहुंचा. उसके बाद प्रिंस के साथ ही दोनों सुरक्षाकर्मी और अन्य लोग हथुआ वार्ड से निकले और बगल में ही अशोक राजपथ में स्थित एक मकान के कमरे में पहुंचे. जहां सभी ने चिकेन, रोटी के साथ पार्टी मनायी. कमरे में भी कुछ लोग पहले से थे.
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पार्टी करके निकलने लगे तो धक्का मारकर भागा कुख्यात
कमरे में खाना खाने के बाद दोनों सुरक्षाकर्मी प्रिंस व लोगों के साथ मंगलवार की अहले सुबह करीब तीन बजे बाहर निकले. लेकिन बाहर निकलते ही प्रिंस व उसके सहयोगियों ने दोनों सुरक्षाकर्मियों को धक्का दे दिया और फरार हो गये. सुबोध, प्रिंस व अन्य सोना लुटेरे बेऊर जेल में बंद थे. सुबोध फिलहाल बैरकपुर जेल में है. उसे डेढ़ माह पहले वहां भेजा गया था. सुबोध से प्रिंस की दोस्ती बेऊर जेल में ही हुई थी.
सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही और मिलीभगत आयी सामने
प्रिंस के फरार होने की सूचना मिलने के बाद पटना पुलिस में हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी मिलते ही टाउन डीएसपी अशोक कुमार सिंह, पीरबहोर थानाध्यक्ष अब्दुल हकीम व अन्य पुलिस पदाधिकारी दल-बल के साथ पहुंचे और पीएमसीएच से लेकर अशोक राजपथ तक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की. मामले की जांच के बाद दोनों सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही व संलिप्तता सामने आयी है. एक तरह से यह माना जा रहा है कि उन दोनों ने प्रिंस से मोटी रकम ली और पार्टी में शामिल होने के लिए साथ में ले गये.
8 पुलिसकर्मी सस्पेंड, दो गिरफ्तार
प्रारंभिक जांच में दोनों सुरक्षाकर्मियों की संलिप्तता सामने आने के बाद डीआइजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी एसपी विधि व्यवस्था को दी. दोनों सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ पीरबहोर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी की गयी. वहीं वार्ड की सुरक्षा में तैनात 8 सुरक्षाकर्मियों को पटना एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है.
काफी देर बाद दी जानकारी
जानकारी के अनुसार, मंगलवार के अहले सुबह तीन बजे प्रिंस अपने सहयोगियों की मदद से भाग गया. लेकिन इस बात की तत्काल जानकारी पीएमसीएच टीओपी, बेऊर जेल अधीक्षक या अन्य पुलिस पदाधिकारियों को नहीं दी गयी. दोनों सुरक्षाकर्मी खुद ही खोजबीन में लगे रहे और फिर अंत में तीन बजे यानी 12 घंटे बाद पीरबहोर पुलिस को जानकारी दी. बेऊर जेल अधीक्षक विधुर कुमार ने बताया कि उन लोगों को तीन बजे घटना के संबंध में जानकारी दी गयी है. एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि एसपी विधि व्यवस्था पूरे मामले की जांच कर रहे हैं.