बिहार की जेल में बंद गैंगस्टर के इशारे पर लूटा 40 किलो सोना, राजस्थान व मप्र में हुई डकैती
राजस्थान और मध्यप्रदेश की टीम ने बताया कि यह गिरोह सोना लूटने के बाद नेपाल और पश्चिम बंगाल में उसे गलाने चला जाता है और उसे बेच कर जो पैसे मिलते हैं, उससे गिरोह के सदस्य अय्याशी करते हैं. राजस्थान और मध्यप्रदेश की एक टीम नेपाल में भी छापेमारी कर रही है.
पटना. राजस्थान और मध्यप्रदेश में मण्णपुरम गोल्ड फाइनेंस कार्यालय में डकैती को बिहार के अपराधियों ने अंजाम दिया है. बिहार के विभिन्न जिलों के छह शातिरों में से दो को मध्य प्रदेश के कटनी थाने की पुलिस ने घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया है और बाकी की तलाश में सोमवार को राजस्थान और मध्यप्रदेश की पुलिस ने पटना में छापेमारी की. एक टीम वैशाली और दूसरी टीम पटना के पत्रकार नगर, कंकड़बाग, रामकृष्णा नगर थाने में छापेमारी कर रही है. रविवार को पत्रकार नगर थाने में दोनों राज्यों की पुलिस पहुंची. पटना पुलिस से अपराधियों का आपराधिक इतिहास मांगने के बाद टीम ने छापेमारी की है.
एसपी रैंक के अधिकारियों ने पटना में छापेमारी की
मिली जानकारी के अनुसार दोनों राज्यों से एसपी रैंक के अधिकारियों ने पटना में छापेमारी की है. अधिकारियों ने बताया कि जिस गिरोह ने सोना लूटकांड को अंजाम दिया है, उसका मुख्य सरगना सुबोध सिंह पटना के बेऊर जेल में बंद है. दोनों राज्यों की पुलिस ने पटना पुलिस के वरीय अधिकारियों और थानाध्यक्षों से डिटेल लिया है.
मध्यप्रदेश में घटना के बाद राजस्थान पुलिस को मिला क्लू
राजस्थान और मध्यप्रदेश पुलिस ने बताया कि दोनों ही जगहों पर मण्णपुरम गोल्ड फाइनेंस में डकैती हुई है. 29 अगस्त को राजस्थान के उदयपुर में 24 किलो सोने की डकैती हुई थी. राजस्थान पुलिस दो महीनों से अपराधियों की जांच कर रही थी कि 26 नवंबर को मध्यप्रदेश के कटनी में मण्णपुरम गोल्ड फाइनेंस में छह अपराधियों ने 16 किलो सोने की डकैती कर ली. इस घटना के बाद जब राजस्थान पुलिस ने मध्यप्रदेश पुलिस से संपर्क किया और पूरी जानकारी ली, तो यह साफ हो गया कि दोनों ही जगहों पर एक ही गिरोह ने घटना को अंजाम दिया था. मध्यप्रदेश पुलिस ने पकड़े गये दो लोगों से पूछताछ की थी. दोनों ने राजस्थान की घटना में अपने ही गिरोह की संलिप्तता बतायी.
नेपाल और कोलकाता में गलाते हैं सोना, मिले पैसे से करते हैं अय्याशी
राजस्थान और मध्यप्रदेश की टीम ने बताया कि यह गिरोह सोना लूटने के बाद नेपाल और पश्चिम बंगाल में उसे गलाने चला जाता है और उसे बेच कर जो पैसे मिलते हैं, उससे गिरोह के सदस्य अय्याशी करते हैं. राजस्थान और मध्यप्रदेश की एक टीम नेपाल में भी छापेमारी कर रही है. दोनों राज्यों की पुलिस ने बताया कि बाकी अन्य की तलाश में नेपाल, बंगाल और यूपी में छापेमारी की जा रही है.
इस गिरोह में कौन-कौन शामिल
कटनी पुलिस के अनुसार गिरफ्तार पटना के शुभम तिवारी और अंकुश ने बताया कि घटना को अंजाम देने में वैशाली का अखिलेश उर्फ विकास, पटना का अर्जुन उर्फ पीयूष, बक्सर का मिथलेश उर्फ धर्मेंद्र पाल और अमित सिंह उर्फ विक्कू भी शामिल थे. इन्हीं लोगों ने राजस्थान के उदयपुर में भी 24 किलो सोना लूट की घटना को अंजाम दिया है. इस गिरोह ने बिहार और झारखंड में भी मण्णपुरम गोल्ड फाइनेंस से सोना लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है.
क्या है राजस्थान और एमपी का मामला
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पहली घटना : राजस्थान के उदयपुर के सुंदरवास स्थित मण्णपुरम गोल्ड लोन ऑफिस में 29 अगस्त को सुबह बाइक सवार पांच बदमाशों ने बंदूक की नोंक पर 24 किलो सोना और 11 लाख कैश की लूट की. केवल 23 मिनट में बदमाश 12 करोड़ का सोना व 11 लाख नकद लूट कर फरार हो गये.
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दूसरी घटना : 26 नवंबर की सुबह मध्यप्रदेश के कटनी जिले के बरगवां स्थित मण्णपुरम गोल्ड लोन कंपनी के कार्यालय में छह हथियारबंद अपराधी पहुंचे और 20 मिनट में 16 किलो सोना व 3.50 लाख नकद लूट कर अलग-अलग रास्तों से फरार हो गये. ्रगिरोह के दो शातिर शुभम तिवारी और अंकुश को कटनी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.