पटना में सोना तस्करी सिंडिकेट का भंडाफोड़, रेलवे स्टेशन से 21 करोड़ से अधिक का सोना बरामद
पटना स्टेशन पर विशेष सूचना के आधार पर डीआरआई की टीम 40 पैकेटों में से 37.126 किलोग्राम वजन वाले सोने का पेस्ट 2 सूडानी से बरामद किया. वहीं, पटना से मुंबई की यात्रा कर रहे दो सूडानी नागरिकों को मुंबई रेलवे स्टेशन पर रोका गया. उनके पास से भी सोने के पेस्ट का 40 पैकेट बरामद किया गया.
पटना. एक अखिल भारतीय ऑपरेशन में डीआरआई ने नेपाल सीमा पर सक्रिय सूडानी नागरिकों के सोने की तस्करी करने वाले सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. डीआरआई ने पटना, पुणे और मुंबई में अलग-अलग इंटरसेप्शन में कुल 101.7 किलोग्राम तस्करी का सोना जब्त किया, जिसकी कीमत 51 करोड़ रुपये के आसपास है. जब्त सोना, ज्यादातर पेस्ट के रूप में, भारत-नेपाल सीमा पार करके पटना लाया जा रहा था और फिर ट्रेन या हवाई मार्ग से देश के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर मुंबई पहुंचाया जा रहा है.
दो सुडानी नागरिक से जब्त किया 21.50 करोड़ का सोना
पटना स्टेशन पर विशेष सूचना के आधार पर डीआरआई की टीम 40 पैकेटों में से 37.126 किलोग्राम वजन वाले सोने का पेस्ट 2 सूडानी से बरामद किया. वहीं, पटना से मुंबई की यात्रा कर रहे दो सूडानी नागरिकों को मुंबई रेलवे स्टेशन पर रोका गया. उनके पास से भी 40 पैकेटों में 38.76 किलोग्राम वजनी सोने का पेस्ट बरामद किया गया. जबकि दो सूडानी महिला नागरिकों के दूसरे सेट को पुणे में बस के माध्यम से हैदराबाद से मुंबई की यात्रा के दौरान पकड़ा गया था और मिश्रित रूप में 5.615 किलोग्राम तस्करी का सोना बरामद किया गया था.
क्या था मोडस आपरेंडी
दरअसल स्थानीय हैंडलर की सहायता से सुडानी बिहार-नेपाल बॉडर के माध्यम से सोने की तस्करी कर रहा है. सोना तस्कर अपने काम करने के तरीके लगातार बदल रहे हैं. डीआरआई सूत्रों का कहना है कि सुडानी नागरिक विशेष रूप स्लीवलेस जैकेट बनाया था. जिसमें कई जेबें थी और वे इससे शर्ट के ऊपर से नहीं बल्कि शर्ट के नीचे पहने हुये था. दरअसल में डीआरआई ने पहले भारत में विदेशी मूल के सोने की तस्करी के विभिन्न नए तौर-तरीकों का पता लगाया है, जैसे कि देश के उत्तर पूर्वी हिस्से से तस्करी या तो रसद कंपनी के कूरियर मार्ग के माध्यम से या वाहनों में या बस, ट्रेन, उड़ान आदि द्वारा छिपाने के तरीकों का उपयोग करके. लेकिन अब वे तरीके बदल लिये.