बिहार के गांव अब दिखेंगे शहर की तरह, मिनी पार्क के रूप में होंगे अमृत सरोवर, सरकार चला रही अभियान
सरकार द्वारा चलाई जा रही गांवों की विकास की योजनाएं अगर पूरी तरह से धरातल पर उतर जाए तो गांव भी शहर की तरह दिखने लगेंगे. बिजली, पानी, लाइट, साफ-सफाई या कचरा प्रबंधन की सुविधा अब शहर की तरह गांव में भी उपलब्ध होगी.
सरकार गांवों की विकास के लिए कई योजनाएं चला रही है. जिसके आलोक में जिला प्रशासन योजनाओं की कवायद करने में तेजी के साथ जुटा हुआ है. यदि यह योजनाएं पूरी तरह से धरातल पर उतरेगा तो निश्चित ही गांव भी शहर की तरह दिखेगा, क्योंकि सरकार की कई योजनाओं से शहर की सुविधाएं व व्यवस्थाएं अब गांवों में भी लागू होंगी. चाहे बिजली, पानी या लाइट की बात हो, या साफ-सफाई या कचरा प्रबंधन की.
सामुदायिक स्तर पर कूड़े की डंपिंग
विभिन्न योजनाओं के तहत गांवों के विकाश के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है. शहर की तरह अब गांव में भी लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत कचरा प्रबंधन का कार्य होगा. प्रत्येक पंचायत में सभी घरों को जिला प्रशासन एक हरा एवं एक नीला डस्टबिन उपलब्ध करायेगा, जो क्रमशः सूखे व गीले कचरे के लिए होंगे. साथ ही, सामुदायिक उपयोग के लिए एक बड़ा डस्टबिन उपलब्ध कराया जायेगा, जहां सामुदायिक स्तर पर कूड़े की डंपिंग होगी.
अंडर ग्राउंड से जुड़ेंगी नालियां
ग्रामीण नालियों को भी अंडर ग्राउंड स्तर पर जोड़ने के लिए सोक-पिट्स बनाने का भी प्रोविजन है. जिसके आलोक में ग्रामीण क्षेत्र के नालियां को अंडर ग्राउंड से जोड़ा जायेगा, इसके लिए सोक-पिट्स बनाया जायेगा.
गांव की हरेक गली मुहल्ले भी होंगे दुधिया रोशनी से जगमग
गांवों का समुचित विकास करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार समय-समय पर कई योजनाएं चलाती रहती हैं. इन योजनाओं में से एक है मुख्यमंत्री स्ट्रीट लाइट योजना. मुख्यमंत्री स्ट्रीट लाइट योजना के तहत गांव के लोगों की रात अब अंधेरे की बजाय उजाले में गुजरेगी. योजना के तहत गांवों के हरेक वार्ड में 10-10 सोलर स्ट्रीट लाइट लगायी जायेगी. ऐसे में स्ट्रीट लाइट लगने के बाद से गांव के लोगों को काफी फायदा होगा.
स्ट्रीट लाइट में रिमोट सिस्टम
हर स्ट्रीट लाइट में रिमोट सिस्टम लगेगा, जिससे इसकी आसानी से मॉनीटरिंग की जा सकेगी. इसको लेकर तकनीकी सहायकों को प्रशिक्षण दी जा चुकी है. गौरतलब है रात में बिजली न होने की वजह से गांव के लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था. लेकिन, इस योजना से गांव भी शहर की तरह रात में भी दुधिया रोशनी से जगमग रहेगा.
मिनी पार्क के रूप में होंगे अमृत सरोवर
सरकार के निर्देश पर मनरेगा पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार कर उसका कायाकल्प करेगा. इन तालाबों की खुदाई से लेकर कई तरह की व्यवस्थाएं बहाल होंगी. इन सरोवरों का निर्माण न्यूनतम एक एकड़ तथा अधिकतम पांच एकड़ रकबा में होगा. तालाबों की खुदाई के साथ साथ इसकी मेड के चारों ओर से एक मिनी पार्क का रूप दिया जायेगा. तालाब के चारों ओर सोलर सिस्टम से चलने वाला स्ट्रीट लगेगा. इससे रात के वक्त का नजारा काफी खूबसूरत दिखेगा.
फुटपाथ का भी निर्माण होगा
इसके अलावा तालाब के चारों ओर फुल-पत्ती आदि पौधे का रोपण होगा. वहीं चबूतरा व फुटपाथ का भी निर्माण होगा. ताकि तालाब को देखने में काफी आकर्षक लगे और फुटपाथ पर सुबह शाम लोगों को टहलने में भी सहूलियत मिले. वहीं इसके अलावा आने वाले दिनों एक ऐसा हॉल बनाया जायेगा. जहां गांव के लोग शादी भी कर सकते हैं. इसमें हॉल, सामुदायिक शौचालय संग अन्य व्यवस्थाएं शामिल रहेगी.
Prabhat Khabar App: देश-दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, क्रिकेट की ताजा खबरे पढे यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए प्रभात खबर ऐप.