राज्य के शहरी नगर निगम में ग्रीन फील्ड टाउनशिप विकसित करने की योजना तैयार की जा रही है. इसके लिए सबसे पहले नगर निगम क्षेत्रों में इस प्रोजेक्ट को लागू किया जायेगा. नगर विकास व आवास विभाग की ओर से तैयार की गयी इस योजना का मकसद है कि शहरी क्षेत्र में हरित आवरण को बढ़ाया जाये. विभाग ने इसके लिए निकायों को कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है.
इस प्रोजेक्ट में सबसे पहले खाली पड़ी निकाय की जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराने का अभियान चलेगा. जमीन उपलब्ध हो जाने के बाद उन जगहों पर छोटे पार्क विकसित किये जायेंगे. विभाग की मनसा है कि शहरी क्षेत्र में छोटे पार्क के माध्यम से हरित आवरण बढ़ाने के साथ लोगों को टहलने-घूमने की नि:शुल्क व्यवस्था की जाये. सड़कों के किनारे भी पौधारोपण के अभियान चलाये जायेंगे. गौरतलब है कि वर्तमान में पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग पार्कों की देखरेख करता है और आम लोगों से शुल्क लिये जाते हैं.
इस बार सभी नगर निकायों में ठोस कचरा प्रबंधन के साथ तरल अपशिष्ट प्रबंधन को भी लागू किया जायेगा. इस योजना के तहत सभी शहरों में स्टार्म वाॅटर ड्रेनेज सिस्टम लागू करने का उद्देश्य है. इस प्रोजेक्ट में बारिश या आम दिनों में नालों में बहने वाला पाने को साफ कर नदी या अन्य जगहों पर छोड़ा जाना है. इसके तहत नगर निकायों में मशीन का उपयोग कर पानी को साफ किया जायेगा.
गौरतलब है कि इससे पहले निकायों में केवल ठोस कचरा प्रबंधन के प्रोजेक्ट पर काम किये जा रहे थे. इसमें घरों से निकलने वाले कूड़े को दो भागों में बांट कर कचरे से खाद आदि बनाने के काम होते रहे हैं. पटना के अलावा पूर्णिया में 261 और 116 करोड़ की लागत से दो फेज में स्टार्म वॉटर ड्रेनेज प्रोजेक्ट का प्रस्ताव दिया जाना है.
Posted By: Thakur Shaktilochan