गर्मी के कारण सूबे के 24 जिलों में भूजल एक से नौ फुट तक नीचे गया
बिहार में अप्रैल माह से ही भूजल में गिरावट शुरू हो गयी थी, जो इस भीषण गर्मी में मई माह और खराब स्थिति में पहुंच गयी है.
संवाददाता, पटना बिहार में अप्रैल माह से ही भूजल में गिरावट शुरू हो गयी थी, जो इस भीषण गर्मी में मई माह और खराब स्थिति में पहुंच गयी है. देखा गया है कि पिछले साल की तुलना में मई माह में भूजल का स्तर नौ फुट तक नीचे गया है. 24 जिलों में एक से नौ फुट नीचे तक भूजल स्तर चला गया है. वहीं, कई ऐसी पंचायतें हैं, जहां पानी के स्तर में तेजी से गिरावट हो रही है. जहां लोगों को 20-30 फुट पर पानी मिलता था. वहां मई माह में 40 फुट पर भी पानी नहीं मिल रहा है क्योंकि भूजल स्तर नीचे चला गया है. पीएचइडी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऐसी सभी पंचायतों में माइक्रो स्तर पर काम करें, ताकि लोगों को पानी की दिक्कत नहीं हो. इसके लिए सभी डीएम ने भी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है. गया, औरंगाबाद व जहानाबाद जैसे इलाकों में स्थिति ज्यादा गंभीर है. वहीं, विभाग के पास कुल 400 से अधिक टैंकर हैं. जरूरत पड़ने पर जिलों को टैंकर की व्यवस्था निजी तौर पर भी करने का दिशा-निर्देश दिया है. जिलों का ऐसे गिर रहा है जल स्तर पिछले साल की तुलना में मई माह में नवादा नौ फुट एक इंच, जमुई में सात फुट नौ इंच, अरवल सात फुट पांच इंच, नालंदा सात फुट, भागलपुर पांच फुट सात इंच, औरंगाबाद छह फुट दो इंच, शेखपुरा छह फुट एक इंच, गया चार फुट नौ इंच, मधुबनी पांच फुट एक इंच, मुजफ्फरपुर चार फुट नौ इंच, समस्तीपुर तीन फुट 10 इंच, मुंगेर तीन फुट, वैशाली तीन फुट एक इंच, बेगूसराय दो फुट नौ इंच, पटना चार फुट, भोजपुर तीन फुट नौ इंच, रोहतास दो फुट आठ इंच, कैमूर दो फुट, बांका दो फुट नौ इंच, लखीसराय एक फुट नौ इंच, जहानाबाद तीन फुट सात इंच, दरभंगा तीन फुट चार इंच, सीवान दो फुट चार इंच व सीतामढ़ी तीन फुट भूजल का स्तर नीचे चला गया है. यह है पंचायतों की स्थिति, बढ़ायी गयी निगरानी भूजल की रिपोर्ट के मुताबिक बिहारशरीफ की नौ, भभुआ छह, जहानाबाद आठ, मुंगेर दो,भागलपुर पूर्व पांच पंचायत में , गया 13 व नवादा की छह पंचायतों में भूजल का स्तर अधिक गिरा है. कई जगहों पर जहां 30 फुट पर पानी लोगों के लिए उपलब्ध था. वहां 40 से 50 फुट तक पानी पहुंच गया है. 143 पंचायतों में 40-50 फुट तक पानी का स्तर चला गया है. इनमें बिहारशरीफ की 46, हिलसा 36, गया 17, नवादा 34 , भभुआ 10, जहानाबाद नौ , सासाराम पांच, मुंगेर दो, जमुई तीन व भागलपुर पूर्व की पांच पंचायतें शामिल हैं. साथ ही, 1015 पंचायतों में 30 – 40 फुट पर लोगों को पानी मिल रहा है. इनमें बिहारशरीफ की 74, हिलसा 60, गया 218, नवादा 95, अरवल 11, औरंगाबाद 77, भभुआ 97, जहानाबाद 26, सासाराम 23, शेखपुरा 25, लखीसराय 16, मुंगेर 18, जमुई 116, भागलपुर पूर्व 28, भागलपुर पश्चिम 11 व बांका की 120 पंचायतें शामिल है. वहीं, कई ऐसी पंचायतें हैं, जहां नौ से 10 फुट पर पानी लोगों को मिलता था वहां भी जल स्तर 12 से 15 फुट तक नीचे चला गया है. जिलों में डीएम खुद कर रहे हैं भूजल की समीक्षा भूजल संकट को देखते हए जिलों में डीएम खुद समीक्षा कर रहे हैं.पटना, गया, जहानाबाद, औरंगाबाद व नालंदा सहित अन्य डीएम ने समीक्षा करके भूजल पर निगरानी बढ़ाने का निर्देश अधिकारियों को दिया है. वहीं, वैसे सभी चापाकल को भी दुरुस्त करने का निर्देश दिया है, जो गर्मी के कारण बंद हो गये हैं. मरम्मत दल के काम की हर दिन समीक्षा करने का निर्देश दिया है, ताकि सभी जलापूर्ति योजनाएं ठीक से चलती रहें.
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