बिहार उपचुनाव जीतने में JDU को मिला मुस्लिम वोटरों का साथ? MLC गुलाम गौस के दावे का जानिए आधार…

JDU News: जदयू के MLC ने ललन सिंह के बयान को किनारे करते हुए बताया है कि बिहार के मुस्लिम वोटर जदयू का साथ देते हैं. उपचुनाव के आंकड़े को आधार बनाते हुए जानिए क्या कुछ कहा...

By ThakurShaktilochan Sandilya | December 2, 2024 2:56 PM

JDU News: जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व वर्तमान में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने हाल में ही एक बयान अल्पसंख्यक समाज को लेकर दिया जिससे सियासी बयानबाजी तेज हो गयी. अल्पसंख्यक समाज का कितना वोट जदयू को मिलता है, यह चर्चे का विषय बन गया. वहीं जदयू में मुस्लिम बिरादरी से आने वाले नेताओं की इसपर अलग-अलग राय है. एकतरफ जहां JDU के महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने ललन सिंह के बयान का बचाव किया है और उसका उद्देश्य समझाया है तो वहीं दूसरी ओर जदयू के विधान पार्षद प्रो. गुलाम गौस ने आंकड़े के साथ समझाया है कि जदयू को मुस्लिमों का समर्थन चुनाव में कितना मिलता है.

जदयू के विधान पार्षद प्रो. गुलाम गौस बोले…

जदयू के विधान पार्षद प्रो. गुलाम गौस ने रविवार को जदयू की जीत में मुस्लिम समुदाय की भूमिका को बताया. उन्होंने कहा कि गया के बेलागंज विधानसभा के उपचुनाव में जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी की जीत में मुस्लिम वोटरों की बड़ी भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के विकास कार्यों और समाजवाद समेत धर्मनिरपेक्ष छवि से प्रेरित होकर उनके हाथों को मजबूत बनाने का निर्णय उन सभी ने लिया.

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बेलागंज की जीत में मुस्लिमों की भूमिका पर बोले…

प्रो. गौस ने चुनाव आयोग के द्वारा जारी आंकड़ों के आधार पर कहा कि बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 27 बूथों में 24 बूथों पर राजद के मुकाबले जदयू को ज्यादा वोट मिले हैं. यह सभी क्षेत्र मुस्लिम बाहुल्य हैं. प्रो गौस ने कहा कि मुस्लिम वोटरों के संबंध में कुछ लोग गलतफहमी पैदा कर रहे हैं जिसपर ध्यान देने की जरूरत नहीं है.

JDU के महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने क्या कहा?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, JDU के महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने किशनगंज में एक कार्यक्रम में कहा कि ये सवाल चुनाव का नहीं, नीतीश कुमार की इज्जत का नहीं बल्कि बिहार के मुसलमानों की इज्जत का है. ये सवाल सीमांचल के मुसलमानों के आबरु का है. वरना अगर आपने इंसाफ नहीं किया तो याद रखिएगा कि जब गद्दारों की लिस्ट लिखी जाएगी तो मौलाना बलियावी की बिरादरी का नाम ही सबसे पहली पंक्ति में होगा. ये बातें रविवार को किशनगंज में जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कही.

बलियावी ने ललन सिंह के बयान पर क्या कहा…?

बता दें कि इससे पहले गुलाम रसूल बलियावी ने ललन सिंह के बयान का बचाव करते हुए कहा था कि वो काम के अनुपात में बोलना चाह रहे थे. शब्द यहां वहां हो गया. बलियावी ने उपचुनाव परिणाम का हवाला देते हुए जीत में अल्पसंख्यक समाज के वोट का जिक्र किया.

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