पटना : कोरोना से उत्पन्न चुनौतियों के मद्देनजर सऊदी अरब सरकार की ओर से मिले सुझाव के कारण इस साल भारतीय नागरिकों को हज पर नहीं भेजने का फैसला किया गया है. ये बातें बिहार राज्य हज कमेटी के चेयरमैन हाजी मो इलियास ने बतायी. उन्होंने कहा कि कोरोना से केवल सऊदी अरब व वहां रह रहे दूसरे मुल्कों के लोग सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए हज कर पायेंगे. इस बार बिहार से पांच हजार के करीब लोगों ने हज के लिए आवेदन दिया था. मो इलियास ने बताया कि सभी आवेदकों द्वारा जमा कराया गया पूरा पैसा वापस किया जायेगा. इसके लिए आवेदकों को कैंसिलेशन फॉर्म भरने की कोई आवश्यकता नहीं होगी. यह पैसा ऑनलाइन डीबीटी के जरिये आवेदकों के खाते में भेजा जायेगा.
पटना : इमामबांदी बेगम वक्फ इस्टेट की पटना से जुड़ी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और उसे गैर कानूनी तरीके से बेचने के कारण मोतवल्ली नजम अली को पद से शिया वक्फ बोर्ड ने बर्खास्त कर दिया है. इस वक्फ इस्टेट में हजारों एकड़ की बहुमूल्य संपत्ति है, जिसकी देखरेख, सुरक्षा व आय-व्यय के लिए नजम अली को जिम्मेदारी दी गयी थी. नजम अली पर वक्फ की जमीनों को नुकसान पहुंचाने और गैरकानूनी ढंग से बेचने का इल्जाम लगा था, जिसके बाद बोर्ड ने सभी मामलों की जांच पड़ताल की और इस इल्जाम को सही पाया.
बोर्ड ने मोतवल्ली सैयद नजम अली को उनके पद से निष्कासित कर दिया है. इन बातों को ध्यान में रखते हुए बोर्ड के सभी सदस्यों ने आपसी सहमति से शिया वक्फ बोर्ड के प्रशासी पदाधिकारी सैयद आरिफ रजा को इमामबांदी बेगम वक्फ इस्टेट का प्रशासक बहाल कर दिया है. बोर्ड के अध्यक्ष इरशाद अली आजाद ने बताया कि नजम अली ने सब्जीबाग इलाके में उक्त वक्फ इस्टेट की बहुमूल्य जमीन को भूमाफियाओं से मिलकर कब्जे में दे दिया. प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश है. बोर्ड जल्द ही बेची गयी जमीनों को प्राप्त करने के लिए कानूनी कार्रवाई करेगा.