औरंगाबाद में हम के प्रदेश महासचिव की हत्या, रेलवे ट्रैक के समीप मिला जदयू नेता के भाई का शव
मनोज चंद्रवंशी हर दिन की तरह मंगलवार यानी 21 फरवरी की सुबह टहलने के लिए घर से निकले हुए थे. इसके बाद वे लापता हो गये. परिजन उनकी खोजबीन में लग गये. मोबाइल बंद होने की वजह से परेशानी बढ़ गयी.
औरंगाबाद जिले के बारुण प्रखंड स्थित सोननगर रेलवे लाइन के किनारे जिस व्यक्ति का शव पुलिस ने बरामद किया था उसकी पहचान हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रदेश महासचिव व जदयू राज्य अतिपिछड़ा आयोग के पूर्व सदस्य प्रमोद सिंह चंद्रवंशी के बड़े भाई मनोज चंद्रवंशी के रूप में हुई है. शव देखने से ही स्पष्ट होता है कि अपराधियों ने हत्या कर शव ट्रैक के किनारे फेंक दिया. वैसे पुलिस प्रथम दृष्टया इसे हादसा मानकर चल रही थी. गुरुवार को जब शव की पहचान हुई तो बारुण ही नहीं बल्कि बिहार में सनसनी फैल गयी.
21 फरवरी से थे लापता
मिली जानकारी के अनुसार मनोज चंद्रवंशी हम पार्टी के प्रदेश महासचिव थे और पार्टी को मजबुत करने के लिए लगातार दौरा भी कर रहे थे. कई कार्यक्रमों में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के साथ उनकी उपस्थिति भी देखी जा चुकी है. वैसे वे गया जिले के गुरारू थाना क्षेत्र के बसडीहा गांव के रहने वाले थे. मनोज चंद्रवंशी हर दिन की तरह मंगलवार यानी 21 फरवरी की सुबह टहलने के लिए घर से निकले हुए थे. इसके बाद वे लापता हो गये. परिजन उनकी खोजबीन में लग गये. मोबाइल बंद होने की वजह से परेशानी बढ़ गयी.
रेलवे ट्रैक के समीप मिला शव
मनोज चंद्रवंशी का शव बुधवार को सोननगर जंक्शन के समीप पोल संख्या 550/17ए तथा 550/19 के बीच बरामद किया गया. हालांकि कई घंटों तक पुलिस शव की पहचान कराने में लगी रही. गुरुवार को कुछ लोगों ने शव की पहचान हम के प्रदेश महासचिव मनोज चंद्रवंशी के रूप में की. जानकारी मिलने के बाद उनके छोटे भाई व जदयू नेता प्रमोद सिंह चंद्रवंशी सहित परिवार के अन्य सदस्य बारुण पहुंचे और शव को देखते ही सदमे में आ गये.
थानाध्यक्ष पर लापरवाही का आरोप
प्रमोद सिंह चंद्रवंशी ने बताया कि उनके भाई मनोज चंद्रवंशी की गुरारू से अपहरण कर औरंगाबाद के बारुण में हत्या कर दी गयी. घटना में गुरारू थानाध्यक्ष की लापरवाही है. थानाध्यक्ष पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कार्रवाई करने से संबंधित ध्यान आकृष्ट कराया है. उन्होंने कहा कि उनकी भी हत्या करने का कई बार प्रयास किया गया है. अपराधियों पर सख्त कार्रवाई हो. इधर औरंगाबाद एसपी स्वप्ना जी मेश्राम ने बताया कि पुलिस मामले की गंभीरता से छानबीन कर रही है.
औरंगाबाद से सुजीत कुमार सिंह की रिपोर्ट