बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 65वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का अंतिम रिजल्ट गुरुवार को जारी कर दिया. इसमें 422 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. वहीं इस बार परीक्षा में कुल 8 ऐसे अभ्यर्थी पाए गए जिन्होंने दिव्यांगता के फीसद की गलत जानकारी दी थी. जांच के बाद उनकी उम्मीदवारी को रद्द कर दिया गया.
65वीं बीपीएससी के रिजल्ट सामने आने पर सफल छात्रों के चेहरे पर खुशियां थीं वहीं जो इस बार फाइनल सूची में जगह नहीं बना पाए उनके चेहरे पर कसक के साथ एक निराशा भी. दूसरी ओर आठ ऐसे अभ्यर्थी इसबार रहे जिनकी पात्रता ही बीपीएससी ने अमान्य घोषित कर दी. दरअसल, 8 अभ्यर्थी ऐसे पाए गए जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन के समय 40 फीसदी या इससे अधिक दिव्यांग होने का दावा किया था. लेकिन जांच में ये गलत पाया गया.
दरअसल, प्रक्रिया के तहत बीपीएससी ने आठों अभ्यर्थियों की जांच पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल और आईजीआईएमएस में कराई. यहां जांच के बाद इनका दावा गलत पाया गया. इन सभी लोगों की दिव्यांगता फीसद 40 से कम थी. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए आयोग ने आठों अभ्यर्थियों की उम्मीदवारी को रद्द कर दिया.
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गौरतलब है कि, बीपीएससी के 423 पदों के लिए 65वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का मेंस पिछले वर्ष 25 से 28 नवंबर तक हुआ था, जिसमें 1142 अभ्यर्थी सफल घोषित किये गये थे. इनका इंटरव्यू इस वर्ष दो से 18 अगस्त तक हुआ, जिसमें 28 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे और 1114 शामिल हुए. इनमें से 422 का अंतिम रूप से चयन किया गया, जबकि मूक बधिर दिव्यांग श्रेणी के दो पदों में से एक पद योग्य उम्मीदवार नहीं मिलने के कारण खाली रह गया.
Posted By: Thakur Shaktilochan