मेले में लोगों को खूब लुभा रहे हाथों से बनाये गये उत्पाद
गांधी मैदान में शुरू हुए सरल मेले में लोगों को ग्रामीण शिल्प में हाथों से तैयार किये गये प्रोडक्ट काफी लुभा रहे हैं.
लाइफ रिपोर्टर @ पटना
गांधी मैदान में शुरू हुए सरल मेले में लोगों को ग्रामीण शिल्प में हाथों से तैयार किये गये प्रोडक्ट काफी लुभा रहे हैं. मेले के चौथे दिन रविवार को दोपहर से देर शाम तक लोगों की अधिक भीड़ रही. मेले में रविवार को एक लाख से अधिक लोग घूमने पहुंचे. मेले में जीविका की ओर से पोषित शिल्पग्राम महिला प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के स्टॉल पर देर शाम तक भीड़ जुटती रही. इस स्टॉल पर लोगों की भीड़ लगने और खरीदारी करने की वजह यहां मिल रहे 200 से अधिक हैंडमेड प्रोडक्ट थे. इस स्टॉल पर सिक्की आर्ट में तैयार किये फूल डाली, बॉक्स और प्लेट लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. स्टॉल संचालक रेणु देवी ने बताया कि इस कंपनी से राज्य के विभिन्न जिलों से 550 से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं. उन्होंने बताया कि कि पिछले चार दिनों में केवल सिक्की आर्ट से तैयार किये गये प्रोडक्ट की लोगों ने 70 हजार रुपये से अधिक की खरीदारी की. वहीं स्टॉल पर खादी कपड़े पर मधुबनी पेंटिंग की कला भी लोगों को लुभा रही है. इसके अलावा मेले में वेणु शिल्प के प्रोडक्ट भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इसमें लोग सबसे अधिक फ्लावर पॉट, इजी चेयर और लैंप की खरीदारी कर रहे हैं. वेणु शिल्प कलाकार जियाउल हक ने बताया कि उन्होंने दो दिन पहले ही स्टॉल लगाया है. दो दिनों में मेले में उनके स्टॉल से 70 हजार रुपये से अधिक की लोगों ने खरीदारी की है. बकरी के लेदर से तैयार लैंप कर रहा आकर्षित : मेले में आंध्रप्रदेश से आये शिल्पकार सुब्बा राव बताते हैं कि वे बकरी के लेदर तैयार लैंप लेकर आये हैं. उन्होंने बताया कि इसमें कैमलिन विधि से कलर का प्रयोग किया गया है. इस लैंप को अंधेरे में रखने पर धीमी रोशनी होती है जो कम रोशनी को पसंद करने वाले लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. हाथ से बने विभिन्न प्रोडक्ट को बेचकर अपनी जीविका चला रहे हैं. लैंप के अलावा हाथों से बने सजावट के प्रोडक्ट भी लोगों को पसंद आ रहे हैं.डिब्बा बंद ऑर्गेनिक शहद की मिठास भी लोगों को खींच रही अपनी ओर :
मेले में मधुग्राम महिला प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के स्टॉल पर भी लोग रुक कर शहद की वेराइटी देख रहे हैं और डिब्बा बंद ऑर्गेनिक शहद की खरीदारी कर रहे हैं. कंपनी के सीइओ मनीष कुमार ने बताया कि फिलहाल स्टॉल पर लिची, करंज और सरसों के फूल से मधुमक्खी द्वारा निकाले गये रस से तैयार शहद मिल रहा है. उन्होंने बताया कि सीजन के अनुसार अलग-अलग फूलों से निकले रस के शहद मिलते हैं. मनीष कुमार ने बताया कि कंपनी से राज्य के विभिन्न जिलों की 14 हजार से अधिक मधुमक्खी पालन करने वाली महिलाएं जुड़ी हुई हैं. स्टॉल पर 250 ग्राम से लेकर 1 किलोग्राम तक का डिब्बा बंद ऑर्गेनिक शहद उपलब्ध है. कंपनी का सालाना ट्रांजेक्शन 2 कोरोड़ रुपये है. लोग इस ऑर्गेनिक शहद की खरीदारी ऑनलाइन माध्यम से भी कर सकते हैं.लोगों के मनोरंजन और ज्ञानवर्धन के लिए हुए तरह-तरह के कार्यक्रम :
मेले में घूमने आने वाले लोगों के मनोरंजन और ज्ञानवर्धन के लिए नुक्कड़ नाटक, जन-जागरूकता अभियान और सेमिनार आयोजित किया जा रहा है. रविवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन एवं वित्तीय लेन-देन के प्रति लोगों को जागरूक किया गया. वहीं सेमिनार हॉल में भी कई ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित किये गये. माईंड मैटर्स द्वारा वर्तमान परिवेश में बढ़ते मानसिक तनाव एवं उससे उबरने के तौर-तरीकों के बारे में जागरूक किया गया. वहीं फूड जोन में जीविका दीदी द्वारा लजीज व्यंजनों के स्टॉल पर भी लोग देसी स्वाद का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं. इसके अलावा मेले में घूमने आने वाले लोगों के मनोरंजन के लिए गीत-संगीत की भी कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है