अनुज शर्मा,पटना: किसानों की सब्जी व्यापारियों से अधिक मूल्य पर खरीद कर लोगों को बाजार भाव से सस्ता उपलब्ध कराने के लिए हरित सब्जी विपणन एवं सहकारी संघ (बेजकोमान) राज्यभर में अपनी चेन तैयार कर रहा है. इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत पटना से हो रही है. इसके बाद अन्य बड़े शहरों में योजना शुरू होगी. अभी आलू पीवीसीएस से जुड़े किसानों से खरीदेगा और प्याज दूसरे राज्यों से मंगा कर बाजार भाव से प्रति किलो दो से तीन रुपये सस्ता बेचने की योजना है. बेजकोमान की कोर टीम की सोमवार को होने वाली बैठक के बाद कभी भी इसकी आधिकारिक घोषणा हो सकती है.
बिहार सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने और बिहारियों की थाली में उचित मूल्य पर तरकारी उपलब्ध कराने के लिए बिहार राज्य त्रिस्तरीय सहकारी सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन व्यवस्था की है. इसी के तहत बेजकोमान ने 97 प्रखंड स्तरीय सब्जी उत्पादक प्राथमिक समितियों (पीवीसीएस) का गठन किया है.
प्रखंड समितियों की प्राप्त जानकारी पर बेजकोमान ने पाया है कि बिहार में सब्जियां विशेषकर आलू- प्याज आदि की जमाखोरी से खुदरा बाजार में सब्जी के दाम बहुत बढ़ गये हैं. बेजकोमान ने पाया कि यदि वह किसानों की सब्जी व्यापारियों से अधिक रेट में खरीदता है और स्थानीय बाजार में खुद बिक्री करता है, तो किसान को भाव अधिक मिलेगा. आम आदमी की थाली में कम कीमत पर अधिक सब्जी पहुंचेगी.
बेजकोमान प्रभावी सप्लाइ चेन तैयार करने के लिए स्थायी और चलंत आउटलेट स्थापित कर रहा है. इसकी शुुरुआत पटना से होने जा रही है. पटना के प्रमुख बाजारों में दस स्थायी आउटलेट स्थापित किये जा रहे हैं. इसके लिए जमीन चिह्नित कर ली गयी है. चलंत आउटलेट के लिए 10 इ- रिक्शा की खरीद की गयी है. ये वाहन शहर में घूम- घूम कर लोगों सस्ती सब्जी उपलब्ध करायेंगे.
किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले वहीं लोग को भी सही रेट पर सब्जी उपलब्ध हो इसके लिए बेजकोमान अपने स्तर पर काम कर रहा है. जमाखोरी के कारण बिहार में प्याज की कीमत अधिक है. इसे कम करने को नासिक- बेंगलुरु से प्याज मंगाकर अपने आउटलेट पर बिक्री करायेंगे. अभी नासिक- बेंगलुरु की मंडी के ट्रेंड का अध्ययन किया जा रहा है. अन्य सब्जी भी बचेंगे. हमारी मंशा बाजार में खुदरा भाव को नियंत्रण करना है.
सुभाष कुमार, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, बेजकोमान
Posted By: Thakur Shaktilochan