हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने जीतन राम मांझी को धरती का बोझ बता दिया. ये सियासी बयानबाजी तब शुरू हुई है जब एकबार फिर जीतन राम मांझी ने भगवान राम को नहीं मानने की बात कहते हुए उन्हें काल्पनिक पात्र बताया. खट्टर सरकार के मंत्री ने कहा कि जीतन राम मांझी को हिंदुस्तान के इतिहास और संस्कृति की समझ नहीं है. वहीं जीतनराम मांझी के इस बार-बार होने वाले बयानबाजी से अब उनके ऊपर सियासी हमले भी तेज हुए हैं.
अपने विवादित बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने विगत 14 अप्रैल को जमुई के लछुआड़ में एक बार फिर से भगवान राम एवं सत्यनारायण स्वामी को लेकर ऐसा बयान दे दिया जिससे विवाद छिड़ गया. जीतन राम मांझी ने अपने संबोधन में खुद को माता शबरी का वंशज बताया और भगवान राम को काल्पनिक बता दिया. मांझी ने कहा कि राम कोई भगवान नहीं थे बल्कि महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास के काव्य ग्रंथ के महज एक काल्पनिक पात्र थे.
बिहार के मुख्यमंत्री रहे जीतन राम मांझी ने लोगों को सत्यनारायण स्वामी की पूजा नहीं कराने की नसीहत फिर एकबार दे दी. उन्होंने ये तक कहा कि सत्यनारायण स्वामी की पूजा कराने से कोई स्वर्ग नहीं चला जाता है. ये सब पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा द्वारा आयोजित अंबेदकर जयंती सह शबरी महोत्सव में शामिल होकर कहा. इस समारोह के लिए मांझी शुक्रवार को लछुआड़ पहुंचे थे.
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मांझी विवादों की फिक्र करते बगैर ये कह गये कि हम खुले तौर पर कहना चाहते हैं कि हम राम को नहीं मानते हैं. राम महर्षि बाल्मीकि और तुलसीदास के द्वारा रचित काव्य ग्रंथ के एक काल्पनिक पात्र मात्र ही थे. उन्होंने कहा कि कल के अखबार में खबर छपेगा की जीतन राम मांझी पागल हो गया है लेकिन हम आज ये बात खुलेआम कह रहे हैं.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan