Patna News : ठंड बढ़ने के साथ पटना में बढ़ने लगे हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के मामले, डॉक्टरों से जानें बचने के उपाय

Patna News : ठंड बढ़ने के साथ ही पटना के अस्पतालों में बुजुर्ग मरीजों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. मौसम में बदलाव के कारण हार्ट अटैक, ब्रेन हेमरेज, अस्थमा, सर्दी, खांसी, उल्टी के साथ-साथ पेट दर्द और बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. विभिन्न अस्पतालों के ओपीडी में हर दिन 500 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना ​​है कि ठंड के मौसम में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें, पौष्टिक आहार लें और नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं.

By Anand Shekhar | December 3, 2024 7:08 AM

Patna News : मौसम में आ रहे बदलाव की वजह से पटना के अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. सर्दी-जुकाम के साथ-साथ गले में खराश होने की शिकायत लेकर काफी मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा हार्ट अटैक, ब्रेन हेमरेज, अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर, लकवा जैसी बीमारी लेकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (PMCH), इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) और इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (IGIC) में पिछले सप्ताह से हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है. PMCH में ऐसे मरीजों की संख्या में 30-35% तक बढ़ोतरी देखी गई है. वहीं, IGIMS में प्रतिदिन आ रहे मरीजों से इमरजेंसी वार्ड फुल हो गया. प्रतिदिन यहां करीब तीन से चार रीज भर्ती हो रहे हैं. यही स्थिति IGIC की भी है. यहां करीब 400 से 450 मरीज हर दिन आ रहे हैं. इसमें सबसे अधिक हार्ट अटैक के ही मरीज आ रहे हैं.

सीने में भारीपन और छाती में दर्द को न करें नजरअंदाज

IGIC के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ कुमार आदित्य ने बताया कि ठंड बढ़ रही है. ऐसे में हार्ट अटैक से जुड़े कई मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. इसलिए, मरीजों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. इस मौसम में सीने में भारीपन और छाती में दर्द होना हार्ट अटैक के लक्षण हैं. इसे नजर अंदाज करना महंगा पड़ सकता है. इसके अलावे चलने-फिरने में दम फूलना या बहुत अधिक पसीना निकलना, धड़कन कम हो जाना आदि इसके लक्षण हैं. कभी-कभी हार्ट अटैक से सीरियस होने पर मृत्यु की भी संभावना बन जाती है. इस समय ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है. इसलिए, हृदय के मरीजों को अपने चिकित्सक के सलाह में रहना चाहिए.

सर्दियों में ऐसे करें अपना बचाव

  1. सही पोषण और हाइड्रेशन: ठंड में शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे अन्य स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं. दिन में पर्याप्त पानी पिएं और विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें.
  2. सर्दियों में नियमित व्यायाम करें : हल्के व्यायाम जैसे योग, वॉकिंग, और स्ट्रेचिंग से शरीर का रक्त संचार बेहतर रहता है.
  3. गर्म कपड़े पहनें : ठंड में अपने शरीर को गर्म रखने के लिए उचित कपड़े पहनें, खासकर पैरों और सिर को गर्म रखें.
  4. ब्लड प्रेशर और शुगर की नियमित जांच करें : ठंड में उच्च रक्तचाप और शुगर का स्तर बढ़ सकता है, इसलिए समय-समय पर इनका परीक्षण करें.
  5. सांस से संबंधित समस्याओं के लिए दवाइयां रखें : यदि आप अस्थमा के मरीज हैं, तो इनहेलर का प्रयोग और डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयों का सेवन करें.
  6. आवश्यक दवाइयां पास रखें : सर्दी, खांसी और बुखार से बचने के लिए हमेशा घर में सामान्य दवाइयां रखें.

गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोग ऐसे बरतें सावधानी

  1. दिल और मस्तिष्क की बीमारी से जूझ रहे मरीज : ठंड के मौसम में अतिरिक्त सतर्कता बरतें और नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप करवाएं. दवाइयों का सही समय पर सेवन और तनाव कम करना बेहद जरूरी है.
  2. श्वसन रोग से पीड़ित मरीजों के लिए : धूल और ठंडी हवा से बचने के लिए घर में रहें और मास्क का प्रयोग करें.
  3. वृद्धों के लिए : ठंड में अधिक समय बाहर न बिताएं और गरम पानी से स्नान करें.

टहलें व हल्का व्यायाम करें, ताकि न घटे रक्त का फ्लो

ब्रेन हेमरेज का मामला सालों भर आता है. पर, ठंड में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. अभी सीरियस पेसेंट अस्पतालों में आ रहे हैं. जिसके कारण अस्पताल में दो से तीन मरीज हर दिन भर्ती हो रहे हैं. क्योंकि, रात बड़ा हो रहा है. लोग व्यायाम करना बंद कर देते हैं. घर से बाहर टहलने के लिए भी बाहर नहीं निकलते हैं. इससे रक्त का फ्लो घट जाता है, जो लकवा का भी कारण बनता है.

– डॉ अशोक कुमार, विभागाध्यक्ष, न्यूरोलॉजी, आइजीआइएमएस

साल में एक बार जरूर कराएं कार्डियक चेकअप  

अभी अस्पताल की ओपीडी में हर दिन 400-450 मरीज आ रहे हैं. इसमें 30- 40 हार्ट अटैक के होते हैं. इसलिए, मरीजों को ऑयली फूड, जंक फूड आदि को कम करना चाहिए. ठंड के मौसम में घर से बाहर न निकलें. ब्लड प्रेशर, शुगर व कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल में रखें. साथ ही, अल्कोहल, स्मोकिंग, आदि से बचें. साल में एक बार कार्डियक चेकप करना बहुत जरूरी है.

– डॉ रोहित कुमार, डीएम कार्डियोलॉजी एंड असिस्टेंट डायरेक्टर, आइजीआइसी

इन पांच बातों का रखें ख्याल  

  • सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने से बचें, घर में ही टहलें या व्यायाम करें
  • कम से कम आधा घंटा रोजाना धूप में बैठें, इससे विटामिन डी मिलेगा
  • बासी खाना खाने से बचें, हमेशा ताजा और गर्म खाना खाएं
  • अपनी क्षमता के अनुसार रोजाना व्यायाम करें और योग करें
  • गुनगुने पानी से स्नान करें, बाहर जब भी निकलें गर्म कपड़े पहन कर निकलें

Also Read : Patna University : बांग्ला विषय में तीन शिक्षकों ने दिया योगदान

Also Read : Bihar News: गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला यह बालू घाट, रोहतास पुलिस ने डकैती कांड का किया खुलासा

Next Article

Exit mobile version