Heat Wave Bihar: बिहार में अब तक की सबसे भीषण लू, बक्सर में आग उगल रहा आसमान, 14 शहरों में हीट वेव की आफत
Heat Wave Bihar: बिहार में अब तक की सबसे भयंकर लू चल रही है. बक्सर में रिकॉर्ड पारा दर्ज किया गया. वहीं पटना समेत 12 शहरों में अधिकतम तापमान 42 िडग्री सेल्सियस से अधिक रहा.पटना, सुपौल और सबौर में हॉट डे तो 14 शहरों में हीट वेव से आफत रहा.
Heat Wave Bihar: बिहार में अब तक की सबसे भयंकर लू चल रही है. रविवार को प्रदेश के मौसमी इतिहास का सबसे अधिक तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस बक्सर में दर्ज किया गया. इससे पहले प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 30 अप्रैल, 1999 को गया में 46.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
पहली बार पटना, सुपौल और भागलपुर के सबौर में हॉट डे घोषित
तेज गर्म हवाओं ने दक्षिण बिहार की सीमा को पार कर उत्तर बिहार को भी बुरी तरह प्रभावित किया.12 शहरों में रविवार को अधिकतम तापमान 42 से 46.7 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. 19 अप्रैल तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी. बिहार में गर्म पछुआ हवा 18 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली है. यही वजह है कि इस मौसम में पहली बार पटना, सुपौल और भागलपुर के सबौर में हॉट डे घोषित किया गया. यहां क्रमश: 42.4, 40.2 और 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज तापमान दर्ज किया गया है.
इन जिलों में हीट वेव घोषित
इन जिलों के अलावा जिन जिलों में हीट वेव घोषित किया गया, उनमें शेखपुरा और बांका में 44, नवादा में 43.6, भोजपुर व जमुई में 43.2, औरंगाबाद में 42.9 , हरनौत (नालंदा) में 42.8 , मोतिहारी (पूर्वी चंपारण) में 40.4, माधौपुर (पश्चिमी चंपारण) और बेगूसराय में 41.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.इसके अलावा गया में 42.9, वैशाली में 41.2, पुपरी में 40, खगड़िया में 42.3 ,कटिहार में 40 और जीरादेई (सारण) में 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज तापमान दर्ज किया गया है.
न्यूनतम पारा 25 से 28 डिग्री के बीच
रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के अधिकतर जिलों में रात में सबसे अधिक गर्मी महसूस की गयी. अधिकतर जिलों में न्यूनतम पारा 25 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है. प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से आठ डिग्री सेल्सियस तक रहा है. बिहार में प्री मॉनसून बारिश अप्रैल में शुरू हो जाती है. राज्य में औसतन प्री मॉनसून बारिश 13.4 मिलीमीटर दर्ज की जाती रही है.
17 अप्रैल तक पूरे बिहार में बारिश
इस साल 17 अप्रैल तक पूरे बिहार में मात्र 1.4 मिलीमीटर बारिश हुई है. इस तरह इस बार 90% से कम प्री मॉनसून बारिश दर्ज की गयी है. थंडर स्टोर्म के चलते होने वाली प्री मॉनसून बारिश होने से वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ जाने से लू का कोप खत्म हो जाता था. इस बार ऐसा नहीं हुआ है.
हवा में नमी की कमी से पछुआ हुई घातक
प्रदेश में प्रचंड लू चलने के दो विशेष वजहें हैं- हवा में नमी की कम मात्रा व प्री मॉनसून बारिश का न होना. अप्रैल में सामान्य तौर पर हवा में नमी 50% तक रहती है. लेकिन, इस बार यह काफी कम है. रविवार को औरंगाबाद में 7%, शेखपुरा में 9% , बांका में 11%, बेगूसराय में 15%, बक्सर में 14%, जमुई में 18%, पटना में 15% नमी दर्ज की गयी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan