दीघा थाने के 100 मीटर की दूरी पर ताबड़तोड़ फायरिंग, दो युवक घायल
ऑटो में बैठे दो युवकों पर बदमाशों ने आपसी वर्चस्व को लेकर गैंगवार में ताबड़तोड़ फायरिंग की.
-नीरज को लगी छह गोली और राजू को दो, आपसी वर्चस्व को लेकर हुई घटना
संवाददाता, पटनादीघा थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित रामजी चक टेंपो स्टैंड के पश्चिम शिव मंदिर के पास ऑटो में बैठे दो युवकों पर बदमाशों ने आपसी वर्चस्व को लेकर गैंगवार में ताबड़तोड़ फायरिंग की. यह घटना मंगलवार की रात करीब आठ बजे हुई. इस घटना में युवक नीरज उर्फ पतलकी और उसके साथ रहे राजू को गोली लगी. इन दोनों को सीने और पेट में गोली लगी है और गंभीर हालत में पाटलिपुत्र के रूबन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. नीरज दीघा के रामजीचक और नीरज दानापुर के नासरीगंज का रहने वाला है. घटनास्थल से पुलिस ने सात खोखे बरामद किये हैं. घटना की जानकारी मिलने पर रूबन अस्पताल में सिटी एसपी मध्य चंद्रप्रकाश भी पहुंचे और पूछताछ की. सूत्रों का कहना है कि नीरज पर भी पहले से केस दर्ज हैं और उसका आपराधिक इतिहास रहा है. डीएसपी विधि-व्यवस्था टू दिनेश कुमार पांडेय ने बताया कि नीरज पर हत्या, लूट सहित पांच संगीन मामले दीघा थाने में दर्ज हैं. दोनों की हालत नाजुक है.
बताया जाता है कि नीरज, राजू व अन्य टेंपो स्टैंड के पश्चिम में स्थित एक टेंपो में बैठे हुए थे. इतने में ही आर वन फाइव, बुलेट व पल्सर 220 बाइक से छह अपराधी पहुंचे. उनमें से दो अपराधियों ने 7.65 एमएम पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. नीरज टेंपो से निकल कर भागा, लेकिन उसे पकड़ कर छह गोलियां मार दीं, जबकि फायरिंग में राजू को भी दो गोलियां लगीं. वे दोनों गिर गये, तो उन लोगों को मृत समझ कर अपराधी भाग गये. स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गयी. इसके बाद लोगों ने खून से लथपथ दोनों को इलाज के लिए अस्पताल लाया.
आपसी वर्चस्व को लेकर दिया गया घटना को अंजाम
इस घटना को आपसी वर्चस्व में अंजाम दिया गया है. यह घटना भी बेऊर जेल में बंद कुख्यात रवि गाेप और रामजीचक के ब्रजेंद्र व मोनू के बीच विवाद का परिणाम है. ब्रजेंद्र ने तीन जुलाई को रवि गोप के भाई राजू गाेप और चालक विकास कुमार काे रामजीचक बाटा के पास गोली मार दी थी. इस मामले में ब्रजेंद्र और मोनू फरार हैं. इस घटना में विकास की मौत हो गयी थी, जबकि राजू गोप बच गया है. जिस नीरज और राजू पर हमला किया गया है, वे रवि गोप गिरोह के हैं. ब्रजेंद्र जमीन के धंधे से जुड़ा है और रवि गोप के वर्चस्व को तोड़ने में लगा है. इसके कारण ही वह लगातार रवि गोप से जुड़े लोगों की हत्या करने के लिए हमला कर रहा है. रवि गोप के गिरोह को खत्म करने के बाद जमीन के धंधे पर उसका एकाधिकार हो जायेगा. ब्रजेंद्र भी पहले रवि गोप के ही गिरोह में था. लेकिन जमीन के विवाद को लेकर रवि गोप का दुश्मन बन बैठा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है