साकिब,पटना: कोरोना से जंग में पटना ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है. पटना शहरी क्षेत्र में मंगलवार शाम तक 78% लोगों ने कोरोना की वैक्सीन ले ली है. इस तरह राजधानी ने कोराना के प्रति हर्ड इम्युनिटी हासिल कर ली है. एक्सपर्ट मानते हैं कि किसी भी समाज या समूह में अगर 70% तक लोगों ने वैक्सीन ले ली है, तो उसमें संबंधित बीमारी के प्रति हर्ड इम्युनिटी आ जाती है. ऐसे में अब कोरोना की तीसरी लहर अगर पटना में आती है, तो वह कम घातक होगी और मौतें भी काफी कम होंगी. हालांकि, लोगों को अब भी सावधानी बरतनी होगी. मास्क और दो गज की दूरी का पालन करना होगा.
जिला प्रशासन के मुताबिक पटना शहरी क्षेत्र में 14 लाख 36 हजार 698 लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है. इनमें से मंगलवारशाम तक 11 लाख 17 हजार 331 लोगों को वैक्सीन लगायी जा चुकी थी. शहरी क्षेत्र में जिला प्रशासन ने 31 जुलाई तक 100% वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा है.
जिले के ग्रामीण क्षेत्र में भी वैक्सीनेशन जारी है, हालांकि वहां अभी इसकी रफ्तार धीमी है. ग्रामीण क्षेत्र में 29 लाख 12 हजार 433 लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है. इनमें से साल लाख सात हजार 331 लोगों को टीका लगाया जा चुका है. यह लक्ष्य का 24% है. इस तरह से पटना जिले में निर्धारित लक्ष्य का 42% वैक्सीनेशन हो चुका है. पटना जिला राज्य में टीकाकरण में टॉप पर है.
हर्ड इम्युनिटी का मतलब ऐसी स्थिति से है, जब किसी खास समाज या समूह के लोगों में किसी संक्रामक रोग से लड़ने वाली प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाये. माना जाता है कि पर्याप्त वैक्सीनेशन के बाद उस समाज या समूह में संक्रामक रोग के फैलने की चेन को तोड़ा जा सकता है.
70% से ज्यादा वैक्सीनेशन होने पर हर्ड इम्युनिटी समुदाय में आ जाती है. ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर भी आती है, तो संक्रमण कम होगा और मौतें भी कम होंगी.
-डॉ एसएन शर्मा, सीनियर माइक्रोबायोलॉजिस्ट
मेरा अनुमान है कि पटना शहर की ज्यादातर आबादी प्राकृतिक तरीके से हर्ड इम्युनिटी प्राप्त कर चुकी है. ऐसे में 78% लोगों को टीका लगने के बाद यह और पुख्ता हो गयी है.
-डॉ सत्येंद्र नारायण सिंह, सीनियर माइक्रोबायोलॉजिस्ट
POSTED BY: Thakur Shaktilochan