Loading election data...

दलाईलामा के बोधगया प्रवास को लेकर गया में हाई अलर्ट, सुरक्षा में जुटी IB व अन्य एजेंसियां

तिब्बत मोनास्टरी को अभी से ही दलाईलामा की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही सुरक्षा एजेंसी के पदाधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया है. यहां लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से बौद्ध मठ में आवाजाही करने वालों पर नजर रखी जा रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2022 3:53 AM

बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा के बोधगया आगमन व कालचक्र मैदान में प्रस्तावित टीचिंग कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा को लेकर हाइ अलर्ट जारी कर दिया गया है. अगले चार-पांच दिनों बाद दलाई लामा के बोधगया पहुंचने की सूचना है और इसे लेकर उनके प्रवास स्थल तिब्बत मोनास्टरी को अभी से ही दलाईलामा की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही सुरक्षा एजेंसी के पदाधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया है. यहां लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से बौद्ध मठ में आवाजाही करने वालों पर नजर रखी जा रही है. तिब्बत बौद्ध मठ में प्रवास करने वाले लामाओं के सुरक्षा पास बनाये जा रहे हैं और यहां काम करने वाले कर्मचारियों का भी सत्यापन कर सुरक्षा पास निर्गत किया जा रहा है.

सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जा रहा

तिब्बत मोनास्टरी के पास स्थित श्रीलंका बौद्ध मठ परिसर में भी सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जा रहा है. पास स्थित कालचक्र मैदान में टीचिंग कार्यक्रम को लेकर पंडाल तैयार किये जा रहे हैं और यहां हर तरफ निगरानी रखने को लेकर सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं. शनिवार को बोधगया डीएसपी अजय प्रसाद व दलाईलामा के सुरक्षा अधिकारियों के बीच कार्यक्रम स्थल पर किये जाने वाले सुरक्षा इंतजाम पर चर्चा की गयी. सुरक्षा के लिहाज से बोधगया पुलिस द्वारा यहां स्थित होटल व गेस्ट हाउसों की भी जांच जारी है.

विभिन्न आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं दलाईलामा

तिब्बत की स्वायत्तता की मांग उठाने वाले बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा विभिन्न आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं. इनकी सुरक्षा को भारत व पड़ोसी देशों में कथित रूप से मौजूद आतंकी संगठनों से खतरा है. देश के नार्थ-इस्ट राज्यों के भी कई आतंकी संगठनों से दलाईलामा की जान का खतरा बताया जाता है. इसके सबूत के तौर पर 19 जनवरी 2018 को दलाईलामा की बोधगया में मौजूदगी के वक्त ही उनके प्रवास स्थल तिब्बत मोनास्टरी के पास ही आतंकवादी संगठन जमाज उल मुजाहिदीन, बांग्लादेश में जिसे जेएमबी के नाम भी जाना जाता है, उसने विस्फोटक प्लांट कर दिया था. हालांकि, वक्त रहते उसे बरामद कर लिया गया और बड़ा नुकसान टाल दिया गया. इसी तरह अन्य आतंकी संगठनों के माध्यम से दलाईलामा को नुकसान पहुंचाने का प्रयास जारी है. इसे देखते हुए भारत सरकार की विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने बोधगया में नजरें टिका दी हैं और सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर काम शुरू कर दिया गया है. गौरतलब है कि कोरोना महामारी के शुरू होने से पहले 2020 में दलाईलामा का बोधगया में तीन दिवसीय टीचिंग कार्यक्रम आयोजित हुआ था. इसके बाद इस वर्ष 29, 30 व 31 दिसंबर को कालचक्र मैदान में टीचिंग कार्यक्रम तय है.

Next Article

Exit mobile version