बिहार के पड़ोस तक पहुंचा कोरोना जैसा खतरनाक वायरस HMPV, अस्पतालों में तेज हो गयी तैयारी
HMPV Virus News: कोरोना जैसा खतरनाक एचएमपीवी वायरस अब बिहार के पड़ोसी राज्य में भी पहुंच गया. बिहार के अस्पताल पहले से अलर्ट मोड में हैं. जानिए क्या है तैयारी...
HMPV Virus: कोरोना की तरह एक और वायरस ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. चीन में फैले इस HMPV वायरस ने भारत में भी दस्तक दी तो फिर एकबार लोगों के बीच डर का माहौल बन गया. बिहार सरकार ने भी इस वायरस के खतरे को देखते हुए पहले ही स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी के लिए अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है. इधर, बिहार के पड़ोसी राज्य में इस वायरस ने एंट्री ले ली है. उत्तर प्रदेश में इस वायरस से संक्रमित पहला केस सामने आ गया है. जिससे बिहार की भी चिंता बढ़ी है. हालांकि बिहार में अभी इस संक्रमण का एक भी मामला नहीं आया है लेकिन सतर्कता बरती जा रही है. हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने संदेश जारी करके लोगों को नहीं घबराने की सलाह दी है. इसे पुराना वायरस बताया है.
यूपी में पहला केस आया, महिला मिली पॉजिटिव
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी अब HMPV का पहला केस मिल गया है. एक महिला इस वायरस से संक्रमित पाई गयी है. यूपी में केस पाए जाने से अब पड़ोसी राज्य बिहार को पहले से अधिक सतर्क रहने की जरूरत है. हालांकि बिहार में स्वास्थ्य विभाग पहले से ही अलर्ट मोड पर है और इस वायरस को लेकर गाइडलाइन जारी कर दिया गया है.
बिहार के अस्पताल अलर्ट मोड पर
बिहार में सभी जिलों के डीएम, मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य एवं अधीक्षक और जिलों के सिविल सर्जनों को निर्देश दिया जा चुका है कि वायरस से बचाव के लिए ठीक वैसे ही इंतजाम कर लिए जाएं जैसे कोरोनाकाल में हुआ था. वहीं अस्पतालों में एचएमपीवी वायरस को लेकर जागरूकता सह सतर्कता अभियान चलाया जा रहा है.
ऑक्सीजन प्लांट भी रेडी किए गए
बांका सदर अस्पताल के प्रबंधक सुनील कुमार चौधरी बताते हैं कि सदर अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह काम कर रहा है. ऑक्सीजन की कोई कमी जिले के किसी अस्पताल में नहीं है. वहीं एचएमपीवी वायरस की जांच के लिए पर्याप्त सुविधा व साधन उपलब्ध करा दिए गए है. बता दें कि बांका में भी अभी कोई मरीज इस वायरस से संक्रमित नहीं मिला है.
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को क्या दी सलाह
वहीं देश के स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने लोगों को नहीं घबराने की सलाह देते हुए कहा है कि ये वायरस भारत में नया नहीं है. इसकी पहचान 2001 में ही हुई थी और कई साल से विश्व में फैल रहा है. सर्दी और बसंत के मौसम में ये अधिक देखा जाता है.