बिहार के बाजार में फगुआ की बयार बहने लगी है. होली (Holi 2022) को लेकर बाजार सजने लगा है. इस बाजार में लोगों को मैजिक आइस रंग, मोदी-योगीराज पिचकारी, यूक्रेन स्पेशल मशीनगन व अबीर सिलिंडर खूब भा रहा है. थोक दुकानों में होली की रौनक दिखने लगी है.
बाजार में कहीं तरह-तरह के रंग-पिचकारी तो कहीं बच्चों के लिए डिजाइनदार धोती-कुरता सेट को सजाने की तैयारी शुरू हो गयी है. कहीं खाद्यान्न, मेवा व मसाला की दुकानें सज गयी है. नये-नये आंचलिक भाषा में फगुआ गीत लोगों को लुभा रहा है. इससे बाजार में फगुआ की बयार बहने लगी है. मेवा कारोबारियों की मानें तो होली को लेकर मांग बढ़ना तय है.
होली से संबंधित पिचकारी व अन्य सजावटी सामान पर 20 फीसदी तक महंगाई की मार है. दुकानदारों की मानें तो डीजल-पेट्रोल की कीमत बढ़ने से लेकर ट्रांसपोर्टिंग चार्ज व मजदूर का खर्च बढ़ने से महंगाई बढ़ी है.
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भागलपुर के व्यवसायी कैलाश मावंडिया ने बताया कि इस बार बाजार में अबीर सिलिंडर, मैजिक आइस रंग, मोदी-योगीराज पिचकारी, यूक्रेन स्पेशल मशीनगन, टंकी पिचकारी बच्चे ही नहीं, बल्कि किशोर-किशोरियां भी खरीद रहे हैं. अबीर सिलिंडर में 3 किलो अबीर रहता है, जो कि आग बुझाने वाले सिलिंडर की तरह होता है. बटन दबाने के साथ फब्बारे की तरह अबीर निकलता है.
आर्गेनिक गुलाल 300 रुपये बॉक्स, मैजिक आइस 360 रुपये, तो मोदी-योगीराज पिचकारी 200 से 300 रुपये, टंकी वाली पिचकारी 200 से 800 रुपये, यूक्रेन स्पेशल मशीनगन 250 से 1200 रुपये में उपलब्ध है.
मसाला कारोबारी अमृत बैताला ने बताया कि होली में मेवा में काजू, किशमिश, छोहरा, गरी गोला व मूंगफली की विशेष बिक्री होती है.उत्साह एवं उमंग के इस त्योहार में आम आदमी अपने बजट में अलग से व्यवस्था कर मेवा की खरीदारी कर रहे हैं.आम दिनों से दुगुनी बिक्री बढ़ गयी है. मेवा की कीमत सामान्य है. इस पर महंगाई नहीं दिख रही है.
Published By: Thakur Shaktilochan