संवाददाता,पटना पटना वीमेंस कॉलेज के आइक्यूएसी सेल की ओर से कार्मेल हॉल में नैक रिफॉर्म 2024 – बाइनरी मान्यता पर दो दिवसीय रूसा प्रायोजित राष्ट्रीय सम्मेलन का मंगलवार को समापन हो गया. इसके दूसरे दिन नैक की को-ऑर्डिनेटर डॉ अमृता चौधरी और डीन डॉ आलोक जॉन ने बाकी बचे हुए पांच नैक एट्रीब्यूट पर चर्चा की. बता दें कि पहले नैक में सात क्राइटेरिया हुआ करता था, जिसे अब 10 में तब्दील किया गया और इसका नाम एट्रीब्यूट रखा गया है. आखिरी दिन रिसर्च एंड इनोवेशन पर बात की गयी, जिसमें नैक में इससे जुड़े सवालों के जवाब कैसे देने हैं, इसके बारे में बताया गया. स्टूडेंट आउटकम एट्रीब्यूट में जहां पहले स्टूडेंट की फीडबैक लिया जाता था, अब इसमें एलुमिनाइ का भी सर्वे किया जायेगा. इसमें कैसे डाटा कलेक्ट करना है, इसके बारे में उदाहरण देकर बताया गया. एक्सटेंडेंड करिकुलर एक्टिविटी के तहत स्टूडेंट्स को पढ़ाई के साथ अन्य क्लब से जोड़ते हुए विभिन्न एक्टिविटी में भाग लेना होगा. ग्रीन इनिशिएटिव और इ-गवर्नेंस को लेकर भी चर्चा हुई. पीपीटी के माध्यम से वहां आये पटना सहित विभिन्न जिलों के प्राचार्य, आइक्यूएसी को-ऑर्डिनेटर और सीनियर टीचर्स को इन 10 एट्रीब्यूट पर जानकारी दी गयी, जिससे वह नैक का आवेदन करते वक्त इस्तेमाल कर सकेंगे. यह सारा आयोजन कॉलेज की प्राचार्या डॉ सिस्टर एम रश्मि एसी के नेतृत्व में किया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है