पटना में फिर लगा महाजाम, फंस गए स्कूल और एंबुलेंस, मरीजों को स्ट्रेचर से ले जाना पड़ा अस्पताल
Patna Traffic Jam: प्रशासन द्वारा की गई वैकल्पिक यातायात व्यवस्था के बाद बिहटा और आसपास के लोगों को चार दिनों तक जाम की समस्या से राहत मिली थी, लेकिन सोमवार की सुबह से फिर जाम की समस्या ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है. बिहटा में जाम की स्थिति पर पढ़िए मोनु कुमार मिश्रा की रिपोर्ट...
Patna Traffic Jam: बिहटा. पटना के बिहटा में चार दिनों की राहत के बाद सोमवार की सुबह से जाम की समस्या फिर गंभीर हो गई. ठंड में घंटों जाम में फंसे लोग प्रशासन और सरकार को कोसते नजर आए. जाम की स्थिति इतनी भयावह हो गई कि एंबुलेंस में फंसे मरीजों को स्ट्रेचर के सहारे अस्पताल ले जाना पड़ा. स्कूली बसों में भूखे-प्यासे बच्चे घंटों परेशान रहे, वहीं महिला यात्रियों को शौचालय की असुविधा झेलनी पड़ी.
जाम की भयावह स्थिति
बिहटा में ट्रकों की लंबी कतार छपरा से लेकर रानी तालाब और नौबतपुर तक लगी हुई है. दिन में नो-एंट्री के बावजूद सड़कों पर बालू लदे ट्रक नजर आए. चारों दिशाओं से वाहनों के दबाव के कारण बिहटा की सड़कों पर भीषण जाम लग रहा है. स्थानीय प्रशासन और यातायात पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन जाम के कारण सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.
स्कूल बसें और मरीज भी जाम में फंसे
लंबी छुट्टी के बाद खुले स्कूलों के बच्चे जाम की वजह से समय पर स्कूल नहीं पहुंच सके. कई स्कूली बसें घंटों जाम में फंसी रहीं. उधर, एंबुलेंस में फंसे मरीजों को देख परिजनों ने किसी तरह स्ट्रेचर का इंतजाम किया और उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की. जाम की वजह से बाइक और कार की बात छोड़िए सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल रहा.
महिला यात्रियों की परेशानी
प्रयागराज में महाकुंभ से स्नान कर लौट रही श्रद्धालुओं की एक बस चार घंटे से बिहटा के राघोपुर के पास जाम में फंसी हुई है. बस में सवार 40 से अधिक महिलाएं और बुजुर्ग जाम के कारण परेशान हैं. शौचालय न होने के कारण महिलाओं को आसपास के घरों से मदद मांगनी पड़ी. यात्री भूख और ठंड से बेहाल दिखे.
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प्रशासन का दावा और जमीनी हकीकत
प्रशासन ने यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की थी, जिससे चार दिन तक राहत मिली. लेकिन सोमवार को यह योजना नाकाम साबित हुई. ट्रैफिक और स्थानीय थाना की पुलिस यातायात को सुचारु करवाने को लेकर जूझती रही.
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