बिहार में स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी से IAS संजीव हंस ने ली थी मर्सिडीज कार, एसवीयू ने कई और खुलासे किए
IAS Sanjeev Hans: विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) के एफआइआर में आइएस अधिकारी संजीव हंस से जुड़े कई दिलचस्प खुलासे किये गये हैं. एसवीयू की एफ़आइआर के अनुसार आइएएस संजीव हंस ने प्री पेड मीटर लगाने वाली कंपनी को काम देने के बदले घूस के तौर पर मर्सिडीज कार ली थी.
IAS Sanjeev Hans: विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) के एफआइआर में आइएस अधिकारी संजीव हंस से जुड़े कई दिलचस्प खुलासे किये गये हैं. एसवीयू की एफ़आइआर के अनुसार आइएएस संजीव हंस ने प्री पेड मीटर लगाने वाली कंपनी को काम देने के बदले घूस के तौर पर मर्सिडीज कार ली थी. एसवीयू के अनुसार संजीव हंस के साले गुर बलतेज सिंह की फेसबुक एकाउंट पर इस कार के साथ उसकी पोज देते हुए फोटो भी मिली है.
मर्सिडिज कार वर्ष 2023 में खरीदी गयी थी. इस कार का निबंधन गुरुग्राम में रहने वाले तरुण राघव नाम के व्यक्ति के नाम पर है जो गुर बलतेज सिंह का दोस्त है. हैरत की बात यह है कि इस कार को वर्ष 2022 में झारखंड स्थित कंपनी एसके एंड संस इंटरप्राइजेज के नाम पर सबसे पहले खरीदी गयी, फिर इसे तरुण के नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया.
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एसवीयू के अनुसार इस बैंक खाते में ली गई थी घुस की राशि
एसवीयू के अनुसार गुलाब यादव ने वर्ष 2012 से 2020 के बीच पुणे के टायर कारोबारी देवेंद्र सिंह आनंद के ट्रेडिंग एकाउंट संख्या 603805021192 में कुल 4.59 करोड़ कैश जमा करवाया था. इसमें से 2.47 करोड़ बिहार के विभिन्न बैंकों से टायर कारोबारी के ट्रेडिंग खाते में जमा किये गये थे. दरसअल इडी ने 16 जुलाई, 2024 को पुणे में देवेंद्र सिंह आनंद के घर और दफ्तर पर छापेमारी की थी. इसमें एजेंसी को कई सबूत हाथ लगे थे. देवेेंद्र के दफ्तर से बरामद एक कागज पर गुलाब यादव द्वारा एक करोड़ कैश देने की बात लिखी हुई थी.
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