IAS Sanjeev Hans: पटना. राज्य सरकार ने इडी की रडार पर आये उर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस को पद से हटा दिया है. 1997 बैच के आइएएस अधिकारी संजीव हंस को ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव एवं बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के अध्यक्ष सह एमडी के पद से हटाते हुए उन्हें सामान्य प्रशासन विभाग में योगदान देने को कहा गया है. उनकी जगह उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक को ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव एवं बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के अध्यक्ष सह एमडी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी है.
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ईडी के रडार पर चल रहे हैं संजीव हंस
आईएएस संजीव हंस के खिलाफ ईडी ने भ्रष्टाचार व आय से अधिक संपत्ति से जुड़े कई प्रमाण हासिल किए हैं. अभी कुछ दिन पहले तक संजीव हंस मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कई कार्यक्रमों में शिरकत करते दिखे थे. नीतीश कुमार ने भी उन्हें ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारी सौंप दी थी. पिछले माह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बिजली कंपनी के सीएमडी के पटना स्थित सरकारी आवास व देश के अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी. बुधवार को उनके एक स्वजन के यहां छापेमारी हुई थी. ईडी की छापेमारी के बाद ही यह तय माना जा रहा था कि संजीव हंस को सरकार बिजली कंपनी की जिम्मेदारी से मुक्त करेगी.
1997 बैच के अधिकारी हैं संजीव हंस
1997 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस पर एक महिला ने पूर्व आरजेडी विधायक गुलाब यादव के साथ मिलकर दुराचार का आरोप भी लगाया था. उसके बाद आय से अधिक संपत्ति मामले में उनके कई ठिकानों पर बीते दिनों ईडी की छापेमारी भी हुई थी. संजीव हंस और गुलाब यादव दोस्त बताए जाते हैं. वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव हंस के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी के दौरान करोड़ों की जमीन और मकान के दस्तावेज मिले थे. संजीव हंस के आवास से 40 लाख की कीमत की विदेशी कंपनियों की 15 बेशकीमती घड़ियां भी बरामद की गईं थीं. इसके साथ ही एक किलो से ज्यादा सोना और जेवरात भी बरामद हुए थे. संजीव का पंजाब के अमृतसर में भी एक घर है. इनकी संपत्ति का पता विदेशों में भी लगाया जा रहा है.