अनुराग प्रधान, पटना: आईसीएआर ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर एडमिशन पीजी (एआईईईए पीजी) 2022 में बिहार के स्टूडेंट्स ने देश भर के टॉप रैंक में जगह बनायी. देश भर में प्रथम स्थान हासिल करने वाले बिहारी स्टूडेंट्स को आईसीएआर नयी दिल्ली ने पीजी एडमिशन के लिए आयोजित काउंसलिंग से वंचित कर दिया है. काउंसेलिंग से वंचित करने का कारण डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा के ढोली फिशरीज कॉलेज को आईसीएआर से मान्यता नहीं होना बताया. इस कारण बिहार के मेधावी को देश के नंबर वन फिशरीज कॉलेजों में पीजी में एडमिशन नहीं मिल पा रहा है.
एआईईईए पीजी में टॉप 33 में राज्य के आठ स्टूडेंट्स शामिल हैं. इनमें नंबर वन रैंक प्राप्त करने वाले विनीत आनंद भी बिहार से हैं, लेकिन इनका एडमिशन केंद्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान मुंबई में नहीं हो पा रहा है. इनके साथ राज्य के अन्य 14 स्टूडेंट्स के सीट आवंटन को भी रद्द कर दिया गया है. सभी स्टूडेंट्स ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा के मात्स्यकी विज्ञान से ग्रेजुएशन छात्रों ने आइसीएआर नयी दिल्ली द्वारा आयोजित पीजी प्रवेश परीक्षा में ऑल इंडिया पहला रैंक सहित अन्य शीर्ष रैंक हासिल किया था. अब आइसीएआर ने इन मेधावी स्टूडेंट्स को पीजी प्रोग्राम के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है. आइसीएआर ने कहा है कि आरपीसीएयू का मात्स्यकी कॉलेज ढोली अब तक एक्रेडिटेशन प्राप्त नहीं कर सका है.
जबकि इन सभी स्टूडेंट्स ने आईसीएआर की ओर से आयोजित यूजी एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से वर्ष 2018 सत्र में इस कॉलेज में एडमिशन लिया था. जबकि सभी स्टूडेंट्स को आईसीएआर की ऑल इंडिया एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से ही आरपीसीएयू पूसा में एडमिशन हुआ था. स्टूडेंट्स ने कहा कि उस समय ही आईसीएआर को कॉलेज आवंटन नहीं करना चाहिए था.
ढोली फिशरीज कॉलेज से ग्रेजुएशन (चार साल) करने वाले कई स्टूडेंट्स आईसीएआर के तहत पीजी में एडमिशन के लिए टेस्ट दिये थे. इसमें कॉलेज के स्टूडेंट्स का बेहतर प्रदर्शन रहा. ऑल इंडिया रैंक यहीं के विनीत आनंद, याशवी को तीसरा, सम्राट कुमार निराला को 12वां, पूर्वा शरण को 16वां, पंकज कुमार सिंह को 26वां, अतुल कुमार को 27वां, आर्या प्रिया को 31वां, सोनाली के 33वां के साथ टॉप 80 में राज्य के 14 स्टूडेंट्स शामिल थे.
डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा के कुलपति डॉ पीएस पांडेय ने कहा कि यह यूनिवर्सिटी की समस्या नहीं है. वैसे प्रयास किया जा रहा है कि छात्रों के भविष्य में कोई परेशानी नहीं आये. आईसीएआर से बात की जायेगी. समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है.