बकरी चुराने का विरोध किया तो कर दी हत्या, खून देख कर भतीजे की भी हार्ट अटैक से मौत
बकरी चुरा कर ले जा रहे चोरों ने विरोध करने पर बकरी मालिक की गोली मार कर हत्या दी, जबकि चाचा का खून देख कर भतीजे की भी हार्ट अटैक से मौत हो गयी.
प्रतिनिधि, दनियावां : शाहजहांपुर थाने के एरई मुसहरी महादलित टोले में बकरी चुरा कर ले जा रहे चोरों ने विरोध करने पर बकरी मालिक की गोली मार कर हत्या दी. वहीं भतीजे की मौत चाचा का खून देख कर हार्ट अटैक से हो गयी. सूचना मिलते ही शाहजहांपुर पुलिस मौके पर पहुंच कर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए पटना भेज दिया. बताया जाता है कि एरई मुसहरी दलित टोले में शनिवार की देर रात तीन चोर बकरी लेकर फायर करते हुए भगाने लगे. ग्रामीणों ने हल्ला कर बकरी लेकर भाग रहे चोरों को आधा किमी तक लोकाईन नदी के पुल तक खदेड़ दिया, अपने पास ग्रामीणों को आता देख चोरों ने फायरिंग शुरू कर दी. चोरों की गोली लगने से बकरी मालिक उपेंद्र मांझी (32वर्ष) की मौत हो गयी. उसका भतीजा राजीव मांझी (22वर्ष) चाचा के शरीर से गिर रहे खून को देख कर बेहोश हो गया दोनों को आनन फानन में दनियावां अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया. रविवार की दोपहर बाद दोनों के शव महादलित टोला एरई मुसहरी पहुंचते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी. परिजनों और ग्रामीण महिलाओं के चीत्कार से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. उपेंद्र मांझी के छोटे-छोटे दो बेटे और एक बेटी, वहीं भतीजा राजीव मांझी के एक तीन साल का बेटा है. घटना की गंभीरता को देखकर फतुहा डीएसपी – 2 पंकज कुमार भी दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की तहकीकात कर अपराधियों को पकड़ने के लिए शाहजहांपुर थाना क्षेत्र से सटे नालंदा जिले के कराय परसुराय थाना क्षेत्र में छापेमारी शुरू कर दी, क्योंकि चोरों ने उपेंद्र मांझी को गोली मार कर तीन बकरियां लेकर नालंदा जिले के कराए परसुराय थाना क्षेत्र की ओर ही भागे थे.
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