सरकार बनी तो बेरोजगारों को स्थायी नौकरी, ओबीसी-सामान्य वर्ग के बच्चों को मिले परिजनों की हत्या के बाद नौकरी : तेजस्वी
पटना : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी घोषणाओं पर एक बार फिर निशाना साधा है. सरकार पर युवाओं का भविष्य बरबाद करने, दलितों की हत्या को बढ़ावा देने और जातिगत भेदभाव वाली नीति अपनाने का आरोप लगाया है.
पटना : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी घोषणाओं पर एक बार फिर निशाना साधा है. सरकार पर युवाओं का भविष्य बरबाद करने, दलितों की हत्या को बढ़ावा देने और जातिगत भेदभाव वाली नीति अपनाने का आरोप लगाया है.
पार्टी कार्यालय पर शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर राजद नेता ने बेरोजगारों के लिये एक वेबसाइट को लांच कर घोषणा की है कि उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो सभी बेरोजगारों को स्थायी सरकारी नौकरी देगी. सरकार बनते ही साढ़े चार लाख पदों पर बहाली होगी.
तेजस्वी यादव ने कहा कि जनसंख्या के आधार पर नौकरियां दी जायेगी. यानी, सभी जाति-वर्ग के लिए उनकी योग्यतानुसार नये पदों का सृजन किया जायेगा. इसके लिए एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है.
मुख्यमंत्री की ओर से एससी-एसटी वर्ग के व्यक्ति की हत्या पर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के फैसले पर विपक्ष के नेता ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा है कि चुनाव से पहले अगर एससी-एसटी समुदाय से किसी की हत्या होगी, तो उनके बच्चों को सरकारी नौकरी दी जायेगी, लेकिन उनके अधिकार को लेकर जब सभी दल सड़कों पर थे, तब वह क्या कर रहे थे.
पिछड़ा-अति पिछड़ा और सामान्य जाति के लोगों की हत्या होने पर उनके बच्चों को सरकारी नौकरी क्यों नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता तो ऐसी हो कि दलितों की हत्या ही नहीं होने पाये.
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री को दलगत राजनीति से ऊपर बेरोजगारी, पलायन और रोजगार सृजन जैसे ज्वलंत मुद्दे पर ईमानदारी से बोलने की सलाह दी. कहा कि लालू प्रसाद ने सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी थी. हम आर्थिक न्याय पर काम करेंगे.
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है. लेकिन, बिहार में उसके पास मुख्यमंत्री के लिए चेहरा नहीं है. उसे जेडीयू-एलजेपी का पिछलग्गू बन कर रहना है.