Patna News : आईजीआईएमएस अब दुर्लभ बीमारियों के इलाज का अब बनेगा उत्कृष्ट केंद्र
आइजीआइएमएस में अब दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चों का सुपर स्पेशियलिटी के तौर पर इलाज किया जायेगा.इस संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर ट्रीटमेंट ऑफ रेयर डिजीज बनाया जायेगा.
आनंद तिवारी, पटना : आइजीआइएमएस में अब दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चों का सुपर स्पेशियलिटी के तौर पर इलाज किया जायेगा, क्योंकि इस संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर ट्रीटमेंट ऑफ रेयर डिजीज बनाया जायेगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके लिए आइजीआइएमएस को दुर्लभ रोग नीति 2021 के तहत देश के 13वें अस्पताल के रूप में चुना है.दो से तीन महीने सुविधाएं शुरू हो जायेंगी.
अब दुर्लभ रोग के लिए राष्ट्रीय स्तर की जांच की सुविधा
बच्चों में होने वाले दुर्लभ व जटिल रोगों के निदान के लिए अब संस्थान में राष्ट्रीय स्तर की जांच सुविधा उपलब्ध होगी. बताया जा रहा है कि इसके लिए राज्य व केंद्र के संयुक्त प्रयास से राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की एक राज्य शाखा भी स्थापित की जायेगी. आने वाले समय में इसके लिए एमओयू साइन किया जायेगा. वहीं, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने के बाद अब प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों को भी दुर्लभ बीमारियों के इलाज को लेकर ट्रेनिंग दी जायेगी.संस्थान के डॉक्टरों के मुताबिक प्रदेश में जिला व प्रखंड स्तर पर कार्यरत डॉक्टरों में से शिशु रोग, न्यूरोलॉजी विभाग और फिजियोथेरेपी विभाग का पैनल बना कर महीने में एक बार डचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (डीएमडी) के मरीजों का दवाओं और वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जायेगी. इसके अलावा जुड़वा बच्चों में होने वाले हार्लेक्विन-टाइप इचिथोसिस, आनुवंशिकी, बोन मैरो ट्रांसप्लांट समेत कई बीमारियों का इलाज किया जायेगा.देश में दुर्लभ बीमारियों का इलाज करने वाले अन्य 12 संस्थान
1.एम्स, नयी दिल्ली ,2.मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, नयी दिल्ली3.संजय गांधी पीजीआइ, लखनऊ4.पीजीआइएमइआ, चंडीगढ़5.डीएनए फिंगरप्रिंटिंग और डायग्नोस्टिक्स केंद्र, हैदराबाद6.किंग एडवर्ड मेमोरियल अस्पताल, मुंबई
7.सेठ गोवर्धन दास सुंदरदास मेडिकल कॉलेज, मुंबई8.स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान , कलकत्ता
9.मानव आनुवंशिक केंद्र (सीएचजी), बेंगलुरु10.एम्स, जोधपुर11.बाल स्वास्थ्य संस्थान, एग्मोर , चेन्नई
12.श्री अविट्टम थिरुनल हॉस्पिटल, तिरुवनंतपुरमडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है