Bihar: बिहार उद्योग विभाग ने स्टार्टअप्स को मजबूत करने और बिहार में इसके लिए माहौल विकसित करने के लिए IIM कोलकाता से करार किया है. बिहार के स्टार्टअप को IIM कोलकाता नॉलेज पार्टनर के रूप में मजबूत करेगा. इस करार का लक्ष्य निवेशकों को आकर्षित करना है. इसके अलावा बिहार के 20-25 उच्च क्षमता वाले स्टार्टअप को सशक्त बनाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम की भी शुरुआत की जाएगी .
2022 में लायी गयी थी स्टार्टअप पॉलिसी
बिहार उद्योग विभाग के इस करार के बाद आइआइएम कोलकाता हर तरह की मदद मुहैया कराएगा. राज्य को नवीकरण के केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में यह ठोस कदम माना जा रहा है. स्थानीय स्टार्टअप को मजबूत बनाने के लिए स्टार्टअप बिहार और IIM कोलकाता पूरी क्षमता से काम करेगा. बिहार में स्टार्टअप पॉलिसी 2022 में लायी गयी थी. इसके तहत 2022-23 में 10856 आवेदन आये. इसमें से 181 लोगों के स्टार्टअप को सर्टिफाइड किये गये. इन लोगों में 152 को सीड फंड की पहली किस्त दी गयी.
प्रथम किस्त के रूप में इन स्टार्टअप्स को 7.53 करोड़ रुपये दिये गये. दूसरी किस्त के रूप में इसी साल 2.22 करोड़ वितरित किये गये. इसी तरह 2023-24 में 673 लोगों ने स्टार्टअप के लिए आवेदन किये. 143 को सर्टिफाइड किया गया. इस साल 2.78 करोड़ की सीड फंड बांटी गयी. इस तरह अभी तक 11529 से अधिक आवेदन किये गये. जिसमें से कुल 324 आवेदन स्वीकार किये गये. 214 लोगों को सीड फंड की पहली और 37 लोगों को दूसरी किस्त दी गयी. अभी तक 12.53 करोड़ की सीड फंड बांटी जा चुकी है.
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