पटना. आईआईटी पटना कैंपस में 13 से 15 मार्च तक ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में अनुसंधान अवसंरचना और उद्यमिता को बढ़ावा’ विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. गुरुवार को कार्यशाला के संबंध में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तकनीकी विकास बोर्ड के सचिव राजेश कुमार पाठक ने कहा कि यदि बेहतर आइडिया आये, तो किसी प्रकार की फंडिंग की कमी नहीं होगी.
बिहार से प्रोजेक्ट भारत सरकार के पास बहुत कम पहुंच रहे हैं. जो पहुंचते भी हैं, उनमें तकनीकी गड़बड़ी होने से फाइनल से पहले ही छांट दिये जाते हैं. ऐसे में बिहार के लोगों को इनोवेशन को लेकर फंडिंग नहीं मिल रही है. तकनीकी समस्या को दूर करने के लिए आईआईटी पटना में तीन दिनों तक प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा होगी. यदि आपके पास किसी भी उत्पाद के इनोवेशन का आइडिया है, तो उसे जमीन पर उतारने के लिए फंड की कमी नहीं होगी.
सरकार हर स्तर पर मदद के लिए तैयार है. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में अनुसंधान और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी में 13 से 15 मार्च तक देश के बड़े स्टार्टअप एवं इनोवेशन के विशेषज्ञ शिरकत करेंगे. कार्यशाला का उद्घाटन केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, आईआईटी निदेशक प्रो टीएन सिंह, पावर ग्रिड एवं अधिशासी मंडल के पूर्व अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह, तकनीकी विकास बोर्ड नयी दिल्ली के सचिव राजेश कुमार पाठक, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी उद्घाटन करेंगे.
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निदेशक प्रो टीएन सिंह ने कहा-राज्य के युवाओं को तकनीकी या आर्थिक स्तर पर इनोवेशन को जमीन पर उतारने को लेकर संस्थान मदद करेगा. आईआईटी के विशेषज्ञ उनके आइडिया को पंख देकर उसकी गति को उड़ान देंगे. कार्यक्रम के संयोजक प्रो एके ठाकुर ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यशाला का रजिस्ट्रेशन 13 मार्च की सुबह ऑनस्पाट होगा.