देर रात तक होता रहा मूिर्तयों का विसर्जन

Patna News : पटना नगर निगम द्वारा निर्मित तीनों अस्थायी तालाबों में शनिवार शाम से शुरू हुआ मूर्तियों के विसर्जित करने का सिलसिला रविवार देर रात तक चलता रहा.

By Prabhat Khabar News Desk | October 13, 2024 11:55 PM
an image

संवाददाता, पटना

पटना नगर निगम द्वारा निर्मित तीनों अस्थायी तालाबों में शनिवार शाम से शुरू हुआ मूर्तियों के विसर्जित करने का सिलसिला रविवार देर रात तक चलता रहा. रविवार शाम छह बजे तक अस्थायी तालाब में 500 से अधिक मूर्तियां विसर्जित हुईं. इनमें दीघा स्थित पाटीपुल घाट और मीनार घाट में निर्मित तालाब में 350 मूर्तियों का विसर्जन हुआ था, जबकि लॉ कॉलेज घाट पर निर्मित अस्थायी तालाब में 160 मूर्तियों का विसर्जन हुआ था. लाइट, लाउडस्पीकर और डीजे की धुन पर श्रद्धालुओं नाचते-गाते आ रहे थे और प्रतिमा को अस्थायी तालाब में विसर्जित करने के बाद वापस जा रहे थे. इस दौरान दीघा पाटीपुल और मीनारघाट की ओर जाने वाली सड़क के किनारे भी शनिवार शाम से देर रात तक भक्तों की भीड़ लगी रही. यही स्थिति लॉ कॉलेज घाट की आरे जाने वाले रास्तों में भी दिखी. इन भक्तों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु ग्रामीण क्षेत्राें से आये थे.

विसर्जन से पहले प्रतिमाओंं के अस्त्र-शस्त्र निकाल ले रहे थे श्रद्धालु : मूर्तियों के विसर्जन से पहले जुलूस में आये श्रद्धालु मां दुर्गा, माता सरस्वती, मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और भगवान कार्तिकेय के वस्त्राभूषण में लगे प्लास्टिक के सजावटी सामान निकाल रहे थे. वहीं मूर्तियों में लगे अस्त्र-शस्त्र को भी निकाला जा रहा था. कुछ पूजा समितियों के लोग उसे अपने साथ ले जा रहे थे, जबकि कुछ श्रद्धालु उन्हें निकाल कर उसके लिए बने डिब्बों में रख दे रहे थे. छोटी मूर्तियों को मना करने के बावजूद कुछ भक्त अस्त्र समेत विसर्जित करते दिखे. ढांचा और वस्त्राभूषण को भेजा गया बैरिया विसर्जन के बाद कृत्रिम तालाब के घाट पर मौजूद जेसीबी द्वारा मूर्तियों को निकला कर घाट पर रखा जा रहा था, जहां उससे वस्त्र, आभूषण और अस्त्र शस्त्र निकाल कर अलग किया जा रहा था. पुआल के ढांचे को अलग कर हाइवा पर लोड किया जा रहा था. बाकी अवशेष को अलग हाइवा पर डाला जा रहा था और उन्हें डंप करने के लिए रामाचक बैरिया ले जाया जा रहा था. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 90 फीसदी से अधिक प्रतिमाएं हुईं विसर्जित पटना. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच राज्य में दुर्गा पूजा का पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हो गया. शनिवार को विजयादशमी के दिन से ही प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो गया, जिसका सिलसिला रविवार की रात भर जारी रहा. पुलिस-प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार 90 फीसदी से अधिक प्रतिमाएं विसर्जित की जा चुकी हैं. पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को शत-प्रतिशत प्रतिमाओं का विसर्जन होने तक जुलूस के रूट पर विशेष प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया है. सभी जिलों से विसर्जन जुलूस के साथ दुर्गा पूजा के दौरान विधि-व्यवस्था की रिपोर्ट भी तलब की गयी है.

पूजा के दौरान सूबे में करीब 16 हजार पूजा-पंडाल बनाये गये थे

मालूम हो कि पूजा के दौरान सूबे में करीब 16 हजार पूजा-पंडाल बनाये गये थे. पुलिस मुख्यालय के अनुसार दुर्गा पूजा पर 10 हजार अतिरिक्त सिपाही और गृहरक्षकों की तैनाती की गयी. इसके अलावा विधि-व्यवस्था में 31 डीएसपी और करीब 450 इंस्पेक्टर और दारोगा भी लगाये गये. मुख्यालय स्तर से भी विधि-व्यवस्था की लगातार निगरानी की जाती रही. इसके लिए मुख्यालय स्तर पर स्टेट पुलिस कमांड सेंटर 24 घंटे सक्रिय रहा. दुर्गा पूजा के दौरान सीतामढ़ी, सारण और आरा में छिटपुट घटनाओं की सूचनाएं मिलीं. सीतामढ़ी के बेलसंड में असामाजिक तत्वों ने अफवाह फैलाने की कोशिश की मगर उस पर त्वरित नियंत्रण पा लिया गया. आरा के नवादा थाना क्षेत्र अंतर्गत मौलाबाग में पूजा पंडाल में गोलीबारी की घटना हुई. इसके अलावा सारण के एकमा में झंडा जुलूस के दौरान हाथी के बिदकने से अफरा-तफरी मच गयी, जिस पर काबू पा लिया गया. इसके अलावा फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम, यूट्यूब जैसे इंटरनेट मीडिया की गतिविधियों की निगरानी के लिए भी पुलिस मुख्यालय और जिलों के सोशल मीडिया सेल से निगरानी की गयी. कैमूर में आपत्तिजनक पोस्ट करने पर युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पटना में नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने वाले नौ बाइक को जब्त किया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version