संवाददाता, पटना राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद(एससीइआरटी) के निर्देशन में शिक्षक शिक्षण संस्थान और बिपार्ड के सहयोग से पूरे राज्य में 16 से 25 अक्तूबर तक स्कूलों में व्यापक शिक्षक प्रशिक्षण प्रभाव आकलन का सर्वेक्षण किया. सर्वेक्षण में 18, 600 एमएड, बीएड और डीएलएड किये शिक्षकों को शामिल किया गया जिसमें राज्य के 5.7 लाख शिक्षकों में से 1.5 लाख शिक्षक (26 प्रतिशत) का अवलोकन किया गया. एससीइआरटी द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सर्वेक्षण नियमित स्कूल निरीक्षण से अलग था. इस दौरान स्कूलों में जाकर कक्षावार बच्चों एवं शिक्षकाें से बातचीत की गयी. यह सर्वेक्षण उत्साहजनक रहा. एससीइआरटी ने कहा है कि राज्य के शिक्षकों को दी जा रही छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का बेहतर प्रभाव पड़ा है, जो स्कूलों में देखने को मिल रहा है. इस अभियान में पाठ योजना-कक्षा की तैयारी, विद्यार्थियों की सहभागिता, टीएलएम का उपयोग, शैक्षणिक दृष्टिकोण, खेल आधारित शिक्षण, कक्षा प्रबंधन, कक्षा में प्रौद्योगिकी का प्रयाेग, विद्यार्थियों का मूल्यांकन और प्रशिक्षण संबंधी जानकारी शामिल था. इसके अतिरिक्त शिक्षकों से पूछा गया कि कक्षा में उन्हें किस प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. शिक्षकों ने सभी प्रश्नों को सकारात्मक जवाब दिया. एससीइआरटी के निदेशक सज्जन आर ने कहा कि इस सर्वेक्षण का उद्देश्य कक्षा के अंत: क्रियाओं, शिक्षण विधियों और विद्यार्थियों से जुड़ाव के प्रभावों का मापना था, साथ ही चुनौतियों की भी पहचान करना था.
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