बिहार में 71 प्रतिशत जन्म और 75 प्रतिशत मृत्यु का निबंधन होता है निर्धारित समय पर
सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम की 2020 में दर्ज आंकड़े
बिहार में जन्म और मृत्यु का शत प्रतिशत रजिस्ट्रेशन निर्धारित समय के अवधि में नहीं होता है. जन्म और मृत्यु के रजिस्ट्रेशन के लिए निर्धारित आदर्श अवधि 21 दिनों के अंदर निर्धारित की गयी है. राज्य में वर्ष 2020 में 71 प्रतिशत जन्म का रजिस्ट्रेशन 21 दिनों के अंदर किया गया तो 75 प्रतिशत मृत्यु का रजिस्ट्रेशन भी मानक अवधि के दौरान किया गया. जन्म और मृत्यु के रजिस्ट्रेशन के लिए बिहार में कुल 9143 रजिस्ट्रेशन यूनिट हैं जहां पर रजिस्ट्रेशन का काम किया जाता है. भारत के महारजिस्ट्रार के द्वारा जारी अद्यतन सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) 2020 के अनुसार राज्य में 30 लाख 44 हजार 931 जन्म का पंजीकरण किया गया. कार्यावधि के अनुसार देखा जाये, तो जन्म का प्रतिदिन औसत निबंधन 5196.9 की दर हुआ है. इसकी तुलना वर्ष 2011 से की जाये, तो उस वर्ष राज्य में कुल 16 लाख 26 हजार 655 जन्म का पंजीकरण किया गया था. जन्म के रजिस्ट्रेशन के मामले में 10 वर्षों में करीब दो गुनी वृद्धि हुई है. राज्य में 21 दिनों के अंदर जन्म का निबंधन 21 लाख 88 हजार 324 का हुआ, जबकि इस अवधि में तीन लाख 20 हजार 970 के मृत्यु का निबंधन किया गया. मृत्यु का रजिस्ट्रेशन वर्ष 2020 में कुल चार लाख 25 हजार 47 लोगों का किया गया. यह वर्ष 2011 में सिर्फ एक लाख 55 हजार 176 था.
जन्म के निबंधन की समय अवधि21 दिनों के अंदर – 2188324
21-30 दिनों के अंदर- 18558
30-365 दिन के अंदर- 118593365 दिनों के बाद – 719456
कुल निबंधन – 3044931मृत्यु के निबंधन की समय अवधि
21 दिनों के अंदर – 320970 21-30 दिनों के अंदर- 13409 30-365 दिन के अंदर- 59836 365 दिनों के बाद – 30832 कुल निबंधन – 425047डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है