Bihar News: बिहार में राम-जानकी मार्ग का पूरा हिस्सा होगा फोरलेन, राज्य में 240 किमी लंबी होगी यह सड़क
केंद्र सरकार से 150 किमी लंबाई को भी फोरलेन किये जाने का प्रस्ताव दिया गया था. इसी पर केंद्र की अनुमति मिली है. अब पूरा 240 किलोमीटर लंबी राम जानकी सड़क चार लेन की होगी.
पटना. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार में राम जानकी मार्ग को चार लेन में बनाने की मंजूरी दे दी है. शुक्रवार को उन्होंने पत्र लिखकर राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन को यह जानकारी दी. अपने पत्र में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि राम जानकी मार्ग धार्मिक महत्व एवं पथ निर्माण विभाग, बिहार के अनुरोध को स्वीकार करते हुए इस राजमार्ग को राज्य में चार लेन किया जाएगा.नवीन नवीन ने बताया कि राज्य में करीब 240 किलोमीटर की लंबाई में बन रहे राम जानकी मार्ग में से सिर्फ 90 किमी ही फोरलेन मानक के अनुरूप है. शेष 150 किमी दो-लेन सड़क के रूप में प्रस्तावित है. केंद्र सरकार से 150 किमी लंबाई को भी फोरलेन किये जाने का प्रस्ताव दिया गया था. इसी पर केंद्र की अनुमति मिली है. अब पूरा 240 किलोमीटर लंबी राम जानकी सड़क चार लेन की होगी.
बिहार में मेहरौना से भिट्ठामोड़ तक बननी है राम-जानकी सड़क
राज्य में राम जानकी मार्ग उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित मेहरौना से शुरू होकर सीतामढ़ी जिले में नेपाल के अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित भिट्ठा मोड़ तक जाती है. इसकी लंबाई लगभग 240 किमी है. पीएम पैकेज बिहार-2015 के अंतर्गत इस पथ के 200 किमी भाग को फोरलेन सड़क में विकसित करने का काम एनएचआई द्वारा सिवान से मशरख, सत्तर घाट होते हुए चकिया तक डीपीआर तैयार कराया जा रहा है.
जमीन अधिग्रहण शुरू
मेहरौना से सिवान तक लगभग 40 किमी लंबाई में फोरलेन सड़क निर्माण के लिए एलाइनमेंट तय कर भूमि अधिग्रहण हो रहा है. बाकी बचे 200 किमी में से 52 किमी लंबे सिवान-मशरख पथ को ही फोरलेन सड़क में विकसित करने के लिए भू-अर्जन किया गया है. शेष 31 किलोमीटर लंबाई में से करीब 8 किलोमीटर राजापट्टी–फैजुल्लापुर और करीब 23 किलोमीटर केसरिया-चकिया सड़क को पेभ्ड सोल्डर के साथ दो-लेन सड़क में विकसित करने के लिए भू-अर्जन कार्य प्रगति पर है. चकिया-शिवहर-सीतामढ़ी-भिट्ठा मोड़ सड़क के लिए एनएचएआई द्वारा डीपीआर तैयार करवाया जाएगा.
2019 में गंडक नदी में बाढ़ के दौरान पुल हो गया था क्षतिग्रस्त
2019 में खर्च की गयी राशि को केंद्र से मांगा एनएच 227 ए के एलाइनमेंट पर राज्य सरकार द्वारा सत्तर घाट में गंडक नदी पर 2-लेन पुल सहित एप्रोच रोड का निर्माण राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से किया है. वर्ष 2019 में गंडक नदी में बाढ़ के दौरान इस पुल का एप्रोच रोड क्षतिग्रस्त हो गया था और कुल 948 मी अतिरिक्त वाटर-वे का प्रावधान करते हुए वर्तमान एजेंसी से उनके मूल कार्य के अतिरिक्त कार्य के अन्तर्गत कराया जा रहा है. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने व्यय की गई राशि को उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया है.
हाजीपुर-महनार-बछवाड़ा सड़क के लिए 624 करोड़ की मंजूरी
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को ट्वीट कर जानकारी दी है कि हाजीपुर-महनार-बछवाड़ा के लिए 624.43 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि बिहार के वैशाली, समस्तीपुर और बेगूसराय जिलों में एनएच-122बी के हाजीपुर-महनार-बछवाड़ा खंड के पूर्व-निर्माण और महनार से बछवारा खंड के दो-लेन में सुधार के लिए 624.43 करोड़ रुपये के बजट के साथ स्वीकृति दी गई है. बता दें कि इस सड़क का निर्माण कार्य जारी है.