UPI transactions, पटना. यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी (UPI) से ट्रांजेक्शन में लगातार वृद्धि हो रही है.देश में हर महीने तकरीबन 20 अरब UPI ट्रांजेक्शन हो रहा है.बिहार में अगस्त महीना में करीब 11.21 मिलियन ट्रांजेक्शन UPI से हुआ है. यदि राज्य के अंतर जिलों की बात करें तो UPI से सबसे अधिक ट्रांजैक्शन पटना जिला में हुआ है. अगस्त में पटना में करीब 2.05 मिलियन ट्रांजैक्शन यूपीआइ से हुआ. जबकि दूसरे स्थान पर मुजफ्फरपुर, तीसरे स्थान पर पश्चिमी चंपारण और चौथे स्थान पर वैशाली है. इन जिलों में क्रमश: 0.58, 0.56 और 0.55 मिलियन ट्रांजेक्शन हुआ.यूपीआइ के बढ़ते ट्रांजेक्शन ने डेबिट कार्ड ट्रांजेक्शन की रफ्तार को कम कर दिया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2020 में डेबिट कार्ड से कुल खर्च 2.81 ट्रिलियन था, जो कि जुलाई 2023 में बढ़कर 3.15 ट्रिलियन हो गया. यानी इसमें 11.96 फीसदी की वृद्धि रही. जबकि इसी अवधि के दौरान यूपीआइ से ट्रांजैक्शन में 428 फीसदी की रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गयी.
बिहार में अगस्त महीने में UPI ट्रांजेक्शन
जिला ट्रांजेक्शन मिलियन में
पटना- 2.05
मुजफ्फरपुर- 0.58
पश्चिम चंपारण- 0.56
वैशाली- 0.55
सभी जिलों में कुल 11.21
ATM ट्रांजेक्शन पर पड़ रहा प्रभाव
पूर्व संयुक्त सचिव, ऑल इण्डिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन डीएन एन त्रिवेदी ने कहा कि प्रचलन में कुल मुद्रा के मूल्य के संदर्भ में 500 रुपये के नोट की हिस्सेदारी 31 मार्च, 2024 तक बढ़कर 86.5 फीसदी हो गयी, जो मार्च 2020 में 60.8 फीसदी और मार्च 2023 में 77.1 फीसदी थी. महानगर व शहर से लेकर छोटे बाजार व गॉव तक पेटीएम पेमेंट तथा गूगल पे राशि लेन-देन का एक पसंदीदा विकल्प बन चुका है. जिसके कारण रिक्शा चालक से लेकर सब्जी विक्रेता भी अब डिजिटल ट्रांजेक्शन कर रहे हैं जिसका एटीएम ट्रांजेक्शन पर प्रभाव पड़ रहा है.
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