– पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम का आयोजन संवाददाता, पटना राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा बिहार में वन क्षेत्र बहुत कम है. जिम्मेदारी हमारी है कि इस ग्रीन कवर को आने वाली पीढ़ी के लिए तैयार करें. इसे 30 प्रतिशत से अधिक लेकर जाएं. कार्यक्रम को अपने तक सीमित न रखते हुए इसका वृहद प्रचार-प्रसार करें और अधिक से अधिक पेड़ लगाएं. वे शनिवार को पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में आयोजित एक पेड़ मां के नाम अभियान पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. राज्यपाल ने कहा कि दूसरे देश हमारे देश पर कार्बन डेटिंग के नाम पर अंगुली उठाते हैं. मगर ज्यादा प्रदूषण विदेशों में ही होता है. पर्यावरण को उन्हें सुधारने की जरूरत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पौधारोपण जैसे विषय को बहुत सरलता से लोगों के सामने रखा है. हमने प्रकृति से छेड़छाड़ की: प्रेम कुमार मौके पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि लालच, आधुनिक सुख-सुविधा और भौतिकवादी विकास के कारण हमें प्रकृति रूला रही है. हमने प्रकृति से छेड़छाड़ की, नदियों, पहाड़ों, जंगलों एवं पेड़ों को तहस-नहस किया. पेड़ और मां दोनों जीवनदायिनी हैं. प्रधानमंत्री ने एक पेड़ मां के नाम लगाने का आह्वान किया है. प्रदूषण नियंत्रण को पौधरोपण ही उपाय: कुलपति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डीआर सिंह ने कहा कि कुछ हद तक प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पौधारोपण ही एकमात्र उपाय है. इस दौरान प्रगतिशील किसानों को राज्यपाल व मंत्री ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. मौके पर वैज्ञानिक डॉ अर्चना, डॉ प्रमोद, डॉ एसपी साहू, डॉ रमेश तिवारी, डॉ दुष्यंत यादव, डॉ राजेश, डॉ सुमित सिंघल, डॉ शैलेंद्र शीतल और डॉ चंद्रशेखर आजाद को शिक्षा और शोध के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया. संजय गांधी गव्य प्रौद्योगिकी संस्थान के अधिष्ठाता ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
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