ठंड बढ़ी, तो बढ़े हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के मरीज
क्रिसमस के बाद जिलों में सर्द हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है. ठंड बढ़ने से अस्पताल में ब्रेन हेमरेज व हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है.
संवाददाता, पटना
क्रिसमस के बाद जिलों में सर्द हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है. ठंड बढ़ने से अस्पताल में ब्रेन हेमरेज व हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. शहर के पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच), इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) व इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आइजीआइसी) में पिछले आठ दिनों से हार्ट अटैक व ब्रेन हेमरेज के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है.
आइजीआइसी में प्रतिदिन लगभग पांच सौ मरीज पहुंच रहे हैं. अस्पताल के कार्डियो विभाग के डॉ आदित्य कुमार ने बताया कि हार्ट अटैक, छाती में दर्द व सांस फूलने से संबंधित मरीज अधिक आ रहे हैं. वहीं, पीएमसीएच में ऐसे मरीजों की संख्या में 20 से 25% तक बढ़ोतरी देखी गयी है. जबकि, आइजीआइएमएस में प्रतिदिन आ रहे मरीजों से इमरजेंसी वार्ड फुल हो गया है. आइजीआइएमएस के न्यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ रवि भूषण ने बताया कि बीपी, हार्ट फेल्योर, हार्ट अटैक व सांस से संबंधित मरीजों से बेड फुल हो गया है. इस मौसम में मरीजों को दवा नियमित लेनी चाहिए. दवा छोड़ने से परेशानी हो सकती है. साथ ही, ठंड को देखते हुए धूप निकलने के बाद ही घर से बाहर निकलें.
ठंड के दिनों में सिकुड़ जाती हैं धमनियां : ठंड के मौसम में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं. इसका कारण है कि इस समय धमनियां सिकुड़ जाती है, जिससे दिल तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का प्रवाह कम हो जाता है. इस कारण हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं. सीने में दर्द या बेचैनी, बांहों, गर्दन, जबड़े या पेट में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर, उल्टी, ठंड, पसीना आने के लक्षण दिखे तो इसे नजरअंदाज ना करें. जल्द डॉक्टर से सलाह ले.
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