पटना में कोरोना की बढ़ी रफ्तार, रेड जोन से ऑरेंज में तब्दील होने की संभावना कम
पटना जिले में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ चुकी है. पिछले कुछ दिनों पहले यह संभावना जतायी जा रही थी कि पटना जिला ग्रीन जोन में आये या न आये, लेकिन ऑरेंज जोन में अवश्य आ जायेगा
पटना : पटना जिले में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ चुकी है. पिछले कुछ दिनों पहले यह संभावना जतायी जा रही थी कि पटना जिला ग्रीन जोन में आये या न आये, लेकिन ऑरेंज जोन में अवश्य आ जायेगा. लेकिन सोमवार को बीएमपी के आठ जवानों के कोरोना संक्रमित होने और पटना जिले के आलमगंज, बाढ़, बेलछी आदि में नौ कोरोना संक्रमितों की पहचान व एक की मौत हो जाने के बाद ऑरेंज जोन होने की संभावना क्षीण पड़ गयी है. अगर यही हालात रहे, तो 17 मई के बाद भी पटना में लॉकडाउन की अवधि बढ़ायी जा सकती है और यह रेड जोन में ही शामिल रहेगा़ ऑरेंज जोन होने पर पटना जिले के लोगों को कई सहूलियतें और दी जातीं. ऑरेंज जोन में वही जिले शामिल होते हैं, जहां 15 से कम कोरोना संक्रमण के मामले होते हैं.
हर सप्ताह होती है समीक्षाजानकारी के अनुसार, हर सप्ताह जिलाधिकारी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की जाती है. इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्य सचिव व सरकार तक जाती है. अगर स्थिति सामान्य रही, तो जिलाधिकारी रेड जोन से ऑरेंज जोन या ग्रीन जोन में परिवर्तन की भी अनुशंसा कर सकते हैं. लेकिन पटना जिले की समीक्षा के दौरान फिलहाल किसी प्रकार की अनुशंसा नहीं की गयी है. बीएमपी व खाजपुरा में ही संपर्क से फैला कोरोनापटना जिले में खाजपुरा में महिला व एक सीएमएस कैश एजेंसी के कर्मियों के संपर्क में आने के बाद करीब 20 लोग संक्रमित हो गये. अधिकांश इलाके में कोरोना संक्रमित तो मिले, लेकिन उनके संपर्क में आये लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी.
इसमें पटेल नगर, न्यू पाटलिपुत्र, खेमनीचक शिवनगर, जगदेव पथ धनौत, मीठाकुआं रोड, सुल्तानगंज, आशियाना नगर वित्त कॉलोनी, शेखपुरा मछली गली, शेखपुरा दूर्गा आश्रम गली आदि शामिल हैं. इन इलाकों को प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कंटेनमेंट जोन बना दिया है और बैरिकेडिंग कर मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की तैनाती कर दी.
एक नजर :
पटना जिले में 20 मार्च को कोरोना संक्रमण का पहला मामला मुंगेर के मो सैफ का सामने आया था. उसके संपर्क में आये हॉस्पिटल के वार्ड ब्वाय व अन्य तीन लोग संक्रमित हो गये थे. इसके बाद छपरा के एक व्यक्ति का मामला सामने आया था. उक्त व्यक्ति दुबई से आये थे और फ्रेजर रोड में होटल गली में रुके थे. इसके बाद एक-दो अन्य मामले सामने आये, लेकिन स्थिति नियंत्रण में थी. लेकिन खाजपुरा की महिला व उसके ही मुहल्ले के सीएमएस कैश एजेंसी के एचआर विभाग के कर्मी के कारण कई लोग कोरोना संक्रमित हो गये और पटना जिले में कोरोना संक्रमितों का ग्राफ बढ़ गया.
दस-दस दिनों की स्थिति
20 मार्च से लेकर 29 मार्च : 05 केस 30 मार्च से लेकर आठ अप्रैल : 00 केसनौ अप्रैल से 18 अप्रैल : 02 केस19 अप्रैल से 28 अप्रैल : 34 केस29 अप्रैल से सात मई : 06 केसआठ मई से अभी तक : 14 केस, एक की मौत कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या : 61