Independence Day : पटना. गांधी मैदान में गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य राजकीय समारोह होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुबह नौ बजे झंडोत्तोलन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार रोजगार और नौकरी को लेकर काम कर रही है. पांच लाख लोगों को अब तक नौकरी दी जा चुकी है, जबकि दो लाख पदों के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने कहा कि 10 लाख नौकरी देने का वादा किया गया था, जबकि अब तक 12 लाख लोगों को बहाल करने की प्रक्रिया जारी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार के अवसर मुहैया कराने में भी बिहार सरकार लगातार काम कर रही है. 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले एक साल में हमारी सरकार 10 लाख और रोजगार के अवसर मुहैया कराने जा रही है.
आजादी की लड़ाई में बिहार का अहम योगदान
लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सबसे पहले आजादी के लिए शहीद हुए लोगों को नमन किया. उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में बिहार का अहम योगदान है. हम बिहार के लोगों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 में जब उन्हें बिहार की सत्ता मिली थी तो बिहार की स्थिति बेहतर नहीं थी. बिहार में स्कूल नहीं थे, जो स्कूलें थी उसमें शिक्षक नहीं थे. हमारी सरकार ने स्कूलों की व्यवस्था की, शिक्षकों की बड़े पैमाने पर नियुक्ति हुई है. बिहार आज तेजी से आगे बढ़ रहा है. आधारभूत संरचनाओं के विकास में बिहार सबसे बेहतर परिणाम दे रहा है. राज्य में निवेश का माहौल बना है. बड़ी बड़ी कंपनियां निवेश करने बिहार आ रही है.
प्रधानमंत्री को दिया धन्यवाद
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या किया सिर्फ परिवार को आगे बढ़ाया. पहले पत्नी को बना दिया, फिर बेटा-बेटी को बढ़ाया. हम लोग कभी किए ये सब. वहीं, पत्रकार से कहा कि हम आप लोगों से नाराज नहीं है, आप लोगों की इज्जत करते हैं और सम्मान देते रहते हैं, लेकिन देख लीजिए पहले क्या था, अब क्या किया गया है. लोगों को पुराने दिनों की बात बताइये, बिहार क्या था ये याद दिलाइये. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 में बिहार का बजट केवल 28000 करोड़ था, अब बढ़ते-बढ़ते 278000 करोड़ हो गया है. सीएम ने कहा कि हम लोग विशेष राज्य या आर्थिक मदद की मांग करते रहे हैं. हमें खुशी है कि कई क्षेत्र में मदद मिली है. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को गांधी मैदान से धन्यवाद भी दिया.
त्रिस्तरीय सुरक्षा की थी व्यवस्था
गांधी मैदान तिरंगा के रंग में सज-धज कर दिखा. समारोह को लेकर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी. चार सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा 60 अलग-अलग स्थानों पर 98 मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. समारोह शुरू होने से पूर्व प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ तैयारियों का निरीक्षण किया. गांधी मैदान के सभी प्रवेश द्वारों व परिसर के अंदर 128 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी हुई. अस्थायी कंट्रोल रूम से गतिविधियों पर नजर रखी गयी. बरसात को ध्यान में रख कर सभी तैयारियां सुनिश्चित की गयी हैं. दर्शक दीर्घा में भी वाटरप्रूफ शेड बनाया गया था.
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13 विभागों की झांकियों ने लिया हिस्सा
समारोह में सरकार के विकास व लोक कल्याणकारी योजनाओं, समाज सुधार अभियान और महिला सशक्तीकरण की उपलब्धि 13 विभागों की झांकियां दिखायी गयी. परेड में 20 टुकड़ियां भाग ली. दानापुर की एएसपी दीक्षा परेड का कमांड की. वहीं, डीएसपी पल्लवी कुमारी सेकेंड इन कमांडर थी. गांधी मैदान में आमंत्रित अतिथियों को सुबह 8:30 बजे तक स्थान ग्रहण कर लेने को कहा गया था. आम लोगों का प्रवेश गांधी मैदान के गेट संख्या 4, 5, 6 व 7 से हुआ. गेट संख्या नौ से मीडिया व गेट संख्या 10 से विशिष्ट अतिथियों का प्रवेश हुआ. गांधी मैदान में प्रवेश करने वाले वाहन और सभी उपकरणों की एंटी सैबोटाज से जांच की गयी.