पूर्व मध्य रेल द्वारा राजस्व प्राप्ति के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है. दरअसल, पूर्व मध्य रेल द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के अगस्त माह में 12 तारीख तक 10 हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त कर एक नया रिकॉर्ड कायम किया गया है. यह राजस्व पूर्व मध्य रेल द्वारा पिछले तीन वर्ष के किसी भी वित्त वर्ष के 12 अगस्त तक प्राप्त राजस्व की तुलना में सर्वाधिक है.
पिछले तीन वर्ष की तुलना में इस वर्ष 10 हजार करोड़ रुपये का राजस्व काफी पहले प्राप्त कर लिया गया है. बता दें की वर्ष 2019-20 में 21 नवंबर 2019 को, 2020-21 में 03 दिसंबर 2020 को तथा वर्ष 2021-22 में 23 सितंबर 2021 को 10 हजार करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त किया गया था, जबकि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में इतना ही राजस्व 12 अगस्त को ही प्राप्त कर लिया गया.
किसी भी वित्त वर्ष के 12 अगस्त को प्राप्त होने वाले राजस्व के दृष्टिकोण से देखा जाये तो वर्ष 2019-20 में 12 अगस्त तक 5921 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ, जबकि वर्ष 2020-21 में 12 अगस्त तक यह राशि 4452 करोड़ थी. इसी तरह पिछले वित्त वर्ष अर्थात 2021-22 में 12 अगस्त तक 7638 करोड़ रुपये का रेल राजस्व प्राप्त हुआ. परंतु रिकॉर्ड कायम करते हुए चालू वित्त वर्ष में 12 अगस्त को ही 10 हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.
बता दें की चालू वित्त वर्ष में जुलाई माह तक लगभग 62 मिलियन टन माल का लदान किया गया. यह पिछले वर्ष की इसी अवधि में किए गए माल लदान की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है. चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के जुलाई माह तक माल लदान से पूर्व मध्य रेल को 7826 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है. यात्री यातायात से 1172 करोड़ रुपए प्राप्त हुए जो पिछली अवधि की तुलना में 76 प्रतिशत अधिक है.