चलती ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अब आरपीएफ की स्काॅर्ट पार्टी बॉडी वार्न कैमरा से लैस होगी. यह कैमरा कंधे के पास लगा होगा. मुजफ्फरपुर आरपीएफ को 12 कैमरा मिला है. फिलहाल आरपीएफ तीन ट्रेनों में स्कॉर्ट कर रही है. जल्द ही यह सुविधा बहाल कर दी जायेगी. स्कॉर्ट पार्टी के ट्रेन में चढ़ने ही यह कैमरा ऑन हो जोयगा
इसके साथ ही इसमें वीडियो और आवाज की रिकॉर्डिंग शुरू हो जाएगी. आरपीएफ के जवान कैमरों को बंद नहीं कर सकेंगे. इसमें होने वाली रिकॉर्डिंग एक माह तक सुरक्षित रहेगी. ऐसे में कोई घटना होने पर रिकॉर्डिंग से मदद मिल सकेगी. इन कैमरों से सुरक्षा के साथ आरपीएफ जवानों पर लगने वाले अभद्रता और वसूली के आरोपों की सत्यता की जांच में भी मदद मिलेगी. दूसरे राज्यों में यह सेवा शुरू हो चुकी है. जल्द ही सोनपुर मंडल समेत मुजफ्फरपुर के सभी आरपीएफ पोस्ट यह सुविधा से लैस होगी.
बॉडी वार्न कैमरे की मदद से ट्रेन में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. ट्रेन में किसी विवाद या दुर्घटना के संबंध में कैमरों से तत्काल जानकारी मिल सकेगी. इसको लेकर कार्य किया जा रहा है. दिल्ली, मुंबई समेत अन्य जगहों पर इसका इस्तेमाल किया गया है. कैमरा ड्यूटी में तैनात आरपीएफ कर्मियों की वर्दी के ऊपर लगी रहेगी. यह एक तरह से यह सीसीटीवी कैमरे की तरह काम करता है. इसमें क्षमता के अनुसार चिप भी लगाए जा सकेंगे.
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– ट्रेनों में होने वाली आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी.
-अक्सर ट्रेनों में चलने वाले पुलिस पर पैसेंजर्स द्वारा वसूली का आरोप लगाया जाता है.
-वसूली की गतिविधि कैमरे में रिकॉर्ड हो सकेगी.
-ट्रेनों में बिना टिकट के सफर करने वाले संदिग्धों पर नजर रहेगी.
-ट्रेन में कोई संदिग्ध वस्तु या सामान दिखाई देने पर
– किन्नरों द्वारा जबरदस्ती पैसेंजर्स से वसूली किए जाने पर
– ट्रेन में ट्रेवल्स के दौरान पैसेंजर्स में आपसी मारपीट
– अवैध वेंडर के सबंध में
– महिला की सीट पर पुरुष पैसेंजर्स द्वारा कब्जा किए जाने के बारे में
– बार-बार चेन पुलिंग के बारे में
– किसी प्रकार की आपराधिक वारदात के बारे में
इनपुट: नितेश