लालू यादव ने रेलवे को इस उपलब्धि पर दी बधाई, नीतीश कुमार को दी ये सलाह

Indian Railways: लालू यादव ने लिखा है कि आपको बताते खुशी हो रही है कि सारण के दरियापुर स्थित रेल व्हील प्लांट में रिकॉर्ड 2 लाख से अधिक रेल पहियों का उत्पादन किया जा चुका है. हमने रेल मंत्री रहते इसकी आधारशिला 29 जुलाई 2008 को रखी थी.

By Ashish Jha | August 14, 2024 12:19 PM
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Indian Railways: पटना. राजद के सुप्रीमो ने बुधवार को छपरा रेल चक्का कारखाने से प्रतिवर्ष रिकार्ड दो लाख रेल पहिये के उत्पादन करने पर बधाई दी है. लालू प्रसाद ने इस रेल कारखाने की स्थापना अपने रेल मंत्री रहते हुए की थी. लालू यादव ने रेलवे की उपलब्धियों को अपनी उपलब्धि बताते हुए अपने कार्यकाल में किये गये कामों को याद किया. इतना ही नहीं उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को भी सलाह दी. लालू प्रसाद ने कहा कि दिल्ली कभी रोने से कुछ नहीं देता है, दिल्ली से चाहिए तो ताकत दिखानी होती है. लालू यादव ने कहा कि सीएम नीतीश बताएं एनडीए के 10 वर्षों में बिहार को कोरी घोषणाओं के अलावा क्या मिला.

दिल्ली से हक मांगना नहीं छिनना पड़ता है

सोशल मीडिया पर लिखे अपनी पोस्ट में लालू यादव ने कहा कि हमने तो 22 सांसदों के दम पर 2004 से 2009 के बीच पांच वर्ष में ही बिहार को एक लाख 44 हज़ार करोड़ की सहायता राशि दिलाई, लेकिन ये तो 2014 में 31, 2019 में 39 और 2024 में 30 सांसद लेकर भी दिल्ली के सामने हाथ जोड़, गिड़गिड़ा कर झोली फैलाते हैं. लेकिन, तब भी इन्हें कुछ नहीं मिलता. राजधानी में हक मांगना नहीं छिनना पड़ता है.

देश के विकास में अहम योगदान

लालू यादव ने लिखा है कि आपको बताते खुशी हो रही है कि सारण के दरियापुर स्थित रेल व्हील प्लांट में रिकॉर्ड 2 लाख से अधिक रेल पहियों का उत्पादन किया जा चुका है. हमने रेल मंत्री रहते इसकी आधारशिला 29 जुलाई 2008 को रखी थी. प्लांट के निर्माण पर लगभग 1640 करोड़ रुपए खर्च हुए थे. बिहार में रेल के पहिए का निर्माण भारतीय रेलवे के लिए एक वरदान साबित हुआ. अब Made in Bihar रेल पहिये भारतीय रेलवे की रफ्तार भरने में रिकॉर्ड बना देश के विकास में अहम योगदान दे रहे है.

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औद्योगीकरण को पुनर्जीवित करने में योगदान

बिहार के बेला स्थित रेल व्हील प्लांट द्वारा अब तक 2 लाख से अधिक रेल पहियों का निर्माण किया जा चुका है, जिससे भारतीय रेलवे की विदेशों पर निर्भरता कम हो गई. लालू यादव ने कहा कि 2004-05 में स्वीकृत तथा जुलाई 2008 में शुरू हुआ रेल पहिया प्लांट का निर्माण हमारे द्वारा बिहार में औद्योगीकरण को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था. मुझे यह बताते प्रसन्नता हो रही है कि हमारे द्वारा बिहार में स्थापित बेला रेल व्हील प्लांट देश को आत्मनिर्भर बनाने में अपनी भूमिका निभा रहा है.

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