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इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क: बिहार के इन 7 जिलों को आवागमन में होगी सहूलियत, पड़ोसी देशों से बनेगा सीधा संपर्क

इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क का निर्माण अगले साल 2023 में पूरा हो जाएगा. सीधे तौर पर सात जिले के लोगों को इससे फायदा होगा.नेपाल सहित अन्य पड़ोसी राज्यों से बिहार का सीधा सड़क संपर्क बन जाएगा.

By Prabhat Khabar News Desk | March 28, 2022 6:32 AM

Bihar Road Project: इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क का निर्माण दिसंबर 2023 तक पूरा होने की संभावना है. इस सड़क से होकर आवागमन शुरू होने से सीधे तौर पर सात जिले के लोगों को फायदा होगा. वहीं, बिहार का सीधा सड़क संपर्क नेपाल सहित अन्य पड़ोसी राज्यों से हो जायेगा. अलग-अलग चरणों में इसकी निर्माण प्रक्रिया तेजी से चल रही है.

बिहार के इन जिलों से गुजरेंगी सड़कें

फिलहाल करीब 375 किमी लंबाई में सड़क का निर्माण किया जाना है. केंद्र और राज्य सरकार द्वारा इंडो-नेपाल बॉर्डर रोड परियोजना पर काम किया जा रहा है. बिहार में यह सड़क पश्चिम चंपारण में मदनपुर से शुरू होकर पूर्वी चंपारण के रक्सौल, सीतामढ़ी के बैरगनियां, सोनवर्षा होते हुए मधुबनी जिले के जयनगर, सुपौल में बीरपुर, अररिया में सकटी होते हुए किशनगंज के गलगलिया तक जायेगी.

सड़क निर्माण का ताजा स्टेट्स

इस सड़क की कुल लंबाई 729 किमी है. इसमें से 177 किमी पहले से ही राष्ट्रीय उच्च पथ-104 का हिस्सा है. शेष 552 किमी का निर्माण किया जा रहा था, जिसमें से करीब 178 किमी में निर्माण पूरा हो गया है. वहीं, 374 किमी लंबाई में इस सड़क का निर्माण चल रहा है. इस पूरी सड़क को बनाने के लिए करीब 30 मीटर चौड़ाई में भू-अर्जन किया गया है.

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नरपतगंज से भरगामा जाने की दूरी 50 किलोमीटर हो जायेगी कम

सूत्रों के अनुसार नरपतगंज से भरगामा जाने के लिए लोगों को करीब 50 किमी की दूरी तय कर फारबिसगंज होते हुए भरगामा जाना पड़ता था. अब इस सड़क के बनने से यह दूरी लगभग खत्म हो जायेगी. वहीं करीब चार लाख की आबादी सीधे इस सड़क के माध्यम से आवाजाही कर सकेंगे.

पूर्णिया, मधेपुरा और सुपौल जिला की आवाजाही में सहूलियत

इस सड़क से होकर पूर्णिया, मधेपुरा और सुपौल जिला की आवाजाही में सहूलियत होगी. साथ ही किशनगंज जिले में करीब 80 किमी लंबाई में सड़क का निर्माण होना है. उसमें से करीब 35 किमी का पक्कीकरण कार्य पूर्ण हो चुका है.

कोरोना के कारण निर्माण कार्य में हुआ विलंब

सड़क निर्माण का कार्य कोरोना की वजह से बाधित हो गया था. इस कारण इसे पूरा होने की समयसीमा दो बार बढ़ानी पड़ी. पहली बार सड़क का निर्माण जून 2020 तक पूरा होने की संभावना थी. समय पर काम पूरा नहीं होने के कारण इसकी अवधि बढ़ा कर जून 2022 करनी पड़ी. हालांकि, अब इसकी नई समयसीमा दिसंबर 2023 कर दी गयी है.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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