Bihar News: सैदपुर में बनेगा इनडोर स्टडियम और स्वीमिंग पूल, मोइनुल हक स्टडियम से भी रहेगी कनेक्टिविटी

पीयू के छात्रों के लिए इस कॉम्प्लेक्स में विशेष प्रावधान व सुविधाएं नि:शुल्क रहेगी. आठ और नौ नंबर हॉस्टल को तोड़कर एक नये पीजी हॉस्टल का निर्माण कराया जायेगा. इनडोर स्टेडियम व स्वीमिंग पुल के लिए अलग जमीन है. इन योजनाओं के लिए राशि सैक्शन हो चुकी है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 18, 2022 7:48 AM

पटना विश्वविद्यालय के सैदपुर (साउथ कैपस) मे खेल मंत्रालय की ओर से खेलो इंडिया के तहत एक राष्ट्रीय स्तर का मल्टी परपस हॉल (इंडोर स्टेडियम) और स्वीमिंग पूल बनाया जायेगा. उक्त भवनों के निर्माण के लिए फंड मंत्रालय ही देगा. जल्द ही इसका निर्माण शुरू होगा. मोइनुल हक स्टेडियम से ठीक सटे यह निर्माण होगा, जिसके लिए पहले फेज मे पांच-पांच करोड़ रुपये की राशि सैक्शन हुई है. यह एक तरह से स्पोर्ट्स कॉम्पेक्स की तरह होगा, जिसमे आम छात्र-छात्राएं भी इसका लाभ ले सकेंगे. इसके लिए मोइनुल हक स्टेडियम की ओर से एक रास्ता खोला जायेगा. ताकि आम छात्र भी इसमे प्रवेश कर सके. वही सैदपुर के पीयू साउथ कैपस की ओर से भी रास्ता रहेगा. पीयू के छात्रों के लिए इस कॉम्प्लेक्स में विशेष प्रावधान व सुविधाएं नि:शुल्क रहेगी.

हॉस्टल नबंर आठ और नौ और पुराने पस भवन टूटेंगे

लेकिन इनके निर्माण के पहले विवि के हॉस्टल नंबर आठ और नौ को तोड़ा जायेगा. दोनों हॉस्टलों के अलावा पुराने प्रेस भवन को भी तोड़ा जायेगा. प्रेस भवन की कुछ जमीन वाणिज्य कॉलेज की है. आठ और नौ नंबर हॉस्टल को तोड़कर एक नये पीजी हॉस्टल का निर्माण कराया जायेगा. इनडोर स्टेडियम व स्वीमिंग पुल के लिए अलग जमीन है. इन योजनाओं के लिए राशि सैक्शन हो चुकी है. फर्स्ट फेज की राशि भी मिल चुकी है. जल्द निर्माण कार्य शुरू होने वाला है. बिहार स्टेट एजुकेशनल इन्फरासट्रक्चर डवलपमेंट कॉरपोरेशन उक्त कार्य को करेगा.

जल्द शुरू होगा निर्माण

पीयू के सैदपुर कैपस को विकसित करने के लिए जल्द ही काम शुरू किया जायेगा. जल्द ही इनडोर स्टेडियम व स्वीमिंग पुल का निर्माण शुरू होने वाला है. इसका टेंडर भी हो चुका है. साउथ कैपस को एकेडमिक, आवासीय व अन्य एक्टिविटी सेटर के रूप मे पयोग मे लाने की योजना तैयार है. उस पर तेजी से काम चल रहा है. प्रयास हो रहा है कि तमाम सुविधाएं जो छात्र जीवन में मिलनी चाहिए, वे सब कैपस में उपलब्ध हो. -प्रो. गिरीश कुमार चौधरी, कुलपति, पटना विश्वविद्यालय

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