पटना में साइबर अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. आए दिन ठग गिरोह के सदस्य लोगों को कभी खाता बंद होने का डर दिखा कर या फिर कभी क्रेडिट कार्ड को अपडेट करने के नाम पर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. साइबर अपराधियों के निशाने पर अब आम आदमी के साथ-साथ पुलिस वाले और कोर्ट के कर्मी भी आने लगे हैं. ऐसे ही कुछ नए मामले पटना में साने आए हैं.
साइबर बदमाशों ने दारोगा वीरेंद्र कुमार राय व उनकी बेटी आकृति राज के खातों से 97 हजार रुपये की निकासी कर ली. आकृति मूल रूप से शास्त्रीनगर थाने के केसरी नगर रोड नंबर 14 की रहने वाली है. आकृति को अज्ञात व्यक्ति ने 28 दिसंबर को फोन कर क्रेडिट कार्ड को अपडेट करने के लिए कहा. इसके बाद ही उसके खाते से यूपीआइ फोन पे के माध्यम से दो बार 34-34 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिये. इसके बाद 29 दिसंबर को साइबर बदमाशों ने दारोगा के खाते से गूगल पे के जरिये 29 हजार रुपये निकाल लिये. इस प्रकार, साइबर बदमाशों ने एक लाख रुपये सब इंस्पेक्टर व उनकी पुत्री के खाते से निकासी कर ली. इस संबंध में आकृति ने शास्त्रीनगर थाने में तीन जनवरी को प्राथमिकी दर्ज करा दी है.
साइबर बदमाशों ने राजीवनगर रोड नंबर चार ए निवासी नागेश्वर सिंह के दो अलग-अलग खातों से 33 हजार रुपये की निकासी कर ली. खास बात यह है कि नागेश्वर सिंह ने किसी को भी अपने खाते से संबंधित जानकारी शेयर नहीं की. उनके एक खाते से 30 हजार और दूसरे खाते से तीन हजार रुपये की निकासी की गयी है.
साइबर बदमाशों ने गृह विभाग के आरक्षी शाखा के सहायक राहुल कुमार के क्रेडिट कार्ड से 30 हजार 129 रुपये की निकासी कर ली. राहुल रूपसपुर के सहायनगर के रहने वाले हैं और सरदार पटेल भवन में कार्यरत हैं. इस संबंध में उन्होंने सचिवालय थाने में मामला दर्ज करा दिया है. बताया जाता है कि साइबर अपराधियाें ने उन्हें कॉल कर बताया कि वे एसबीआइ के क्रेडिट कार्ड का केवाईसी करा लें, नहीं तो उसे बंद कर दिया जायेगा. साथ ही उसने एक लिंक भेजा और उसे पूरा भरने पर केवाइसी होने की जानकारी दी. जैसे ही राहुल कुमार ने उस लिंक को क्लिक किया वैसे ही उनके क्रेडिट कार्ड के खाते से चार बार में 30 हजार 129 रुपये निकल गये. खास बात यह है कि राहुल के खाते से रकम को निकालने के बाद साइबर बदमाशों ने उसे छत्तीसगढ़ के रायपुर के याेगेश साहू के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया स्थित खाते में स्थानांतरित कर दिया. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
पटना हाइकोर्ट के कोर्ट मास्टर के खाते से साइबर शातिरों ने दो बार में 1.38 लाख रुपये की निकासी कर ली है. इस मामले की जानकारी तब हुई, जब वे दो तारीख को कोर्ट पहुंचे. गुरुवार को हाइकोर्ट जज के कोर्ट मास्टर सुनील कुमार कोतवाली थाने में शिकायत करने पहुंचे. उन्होंने बताया कि उनके फोन पे से मनीष और अमित भारद्वाज नाम के शख्त के खाते में 1 लाख 38 हजार रुपये ट्रांसफर हुए हैं. दोनों ट्रांजेक्शन में किसी भी तरह का कोई मैसेज नहीं आया है. सुनील कुमार का खाता हाइकोर्ट स्थित एसबीआइ ब्रांच में है. मालूम हो कि इससे पहले भी साइबर शातिरों ने हाइकोर्ट जज बनकर हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार से रुपये की ठगी की थी.
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बोरिंग रोड आनंदपुरी निवासी डॉक्टर रितिका सिंह के क्रेडिट कार्ड के खाते से साइबर बदमाशों ने 81 हजार रुपये की निकासी कर ली. डॉक्टर का निजी अस्पताल पाटलिपुत्र गोलंबर के पास है. खास बात यह है कि उनके क्रेडिट कार्ड से निकासी कर किसी के वॉलेट में रकम को डाल दी गयी है. जबकि डॉक्टर को किसी प्रकार की ओटीपी नहीं आयी. इस संबंध में डॉक्टर ने श्रीकृष्णापुरी थाने में अज्ञात साइबर बदमाशों के खिलाफ में मामला दर्ज करा दिया है.