एसपी की गाली से आहत इंस्पेक्टर ने खोला मोर्चा, ब्रिटिश काल की याद दिलाकर कहा- आपको शर्म आनी चाहिए,लड़ाई लडूंगा
बिहार में एक आईपीएस और इंस्पेक्टर के बीच आत्मसम्मान की लड़ाई छिड़ गई है. एसपी पर गाली देने का आरोप लगाते हुए इंस्पेक्टर ने एसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने इस मामले में एक पत्र भी लिखा है जो चर्चे में है.
बिहार में पुलिस विभाग के भीतर आतमसम्मान की लड़ाई को लेकर एक इंस्पेक्टर और एसपी आमने-सामने हो गये हैं. किसी कारणवश काम से नाराज खुफिया विभाग (स्पेशल ब्रांच) के एसपी ने इंस्पेक्टर को गाली दे दी.जिससे आहत इंस्पेक्टर ने एसपी को पत्र लिखकर खरी-खोटी सुनाई है और मोर्चा खोल दिया है.
बिहार पुलिस की खुफिया शाखा (स्पेशल ब्रांच) में तैनात 2010 बैच के आइपीएस दीपक वर्णवाल पर उनके ही विभाग के इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह ने गाली देने का आरोप लगाया है. इस घटना से नाराज इंस्पेक्टर ने एसपी के व्हाट्सएप पर उनकी ही शिकायत एक पत्र के जरिये की है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अजय कुमार सिंह ने इसे आत्मसम्मान की लड़ाइ बनाते हुए एसपी को खरी-खोटी सुनाई है. बताया जा रहा है कि किसी आंकड़े को लेकर इंस्पेक्टर एसपी ने दफ्तर गये थे. आरोप है कि आंकड़े से नाराज एसपी ने उन्हें बहन लगाकर गाली दे दी. इंस्पेक्टर ने अपने साथ वहां एक और अधिकारी के मौजूद होने का जिक्र किया है.
आहत इंस्पेक्टर ने पत्र में लिखा है कि मेरी 59 वर्ष आयु है, गाली देते समय आपको शर्म आनी चाहिए थी. आप चिल्लाने लगे लेकिन मैंने प्रतिरोध नहीं किया. आपके द्वारा मुझे बहन की गाली देना अब जीवन-मरण का सवाल बन चुका है. जिसकी सूचना मैंने घर के सदस्यों को भी दी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इंस्पेक्टर ने पत्र के जरिये एसपी को ब्रिटिश काल की याद दिलाई और लिखा कि उस काल में भी कोइ ऑफिसर बच्चा और 59 साल के नागरिक को गाली नहीं देता होगा, लेकिन आप डेमोक्रेटिक इंडिया में सारी हदें पर कर गये हैं और आपके इस व्यवहार पर मुझे शर्म है.
एसपी को लिखे पत्र में आहत इंस्पेक्टर ने लिखा है कि जीवन दोबारा नहीं मिलता है और कायर होकर मर जाना क्या होता है.कोई मेरा साथ दे या ना दे लेकिन मैं अब संघर्ष करूंगा. अगर मुख्यालय कार्रवाई नहीं करता है तो मैं एसपी के खिलाफ धरना दूंगा. वहीं बिहार पुलिस एसोसिएशन ने इस कृत्य को अमर्यादित, निंदनीय और आपराधिक बताया है और आरोपित एसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
Posted By: Thakur Shaktilochan