संवाददाता, पटना बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड की ओर से सभी मदरसों के प्राचार्य और नोडल शिक्षकों को तालीम ए नौबालगन कार्यक्रम संचालित करने का निर्देश दिया है. बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक मो नूर इस्लाम की अध्यक्षता में कार्यक्रम को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए ऑनलाइन बैठक आयोजित की. बैठक में यूएनएफपीए, मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी और जामिया मिल्लिया इस्लामिया का भी समर्थन रहा. इस अवसर पर मो नूर इस्लाम ने 50 मदरसा रिसोर्स सेंटर के प्राचार्य और नोडल शिक्षक से तालीम ए नौबालगन कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाली जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने बताया कि दरीचा ए आगही मॉड्यूल की गतिविधियों को हर शनिवार और रविवार वस्तानिया के विद्यार्थियों के साथ करना है. इसके साथ ही समय की पाबंदी और रचनात्मक गतिविधियां आयोजित कराने का निर्देश दिया. इसके अलावा हर तीन महीने में पैरेंट टीचर्स मीटिंग आयोजित कराने और शैक्षिक विकास के लिए हर संभव कोशिश करने का निर्देश दिया है. नूर इस्लाम ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य परिपालन की मंसूबा बंदी, बेहतर शैक्षिक वातावरण, आदर्श पठन-पाठन के तरीके को शामिल किया जाये. सचिव अब्दुस सलाम अंसारी ने सभी मदरसों के प्रधान मौलवियों को सूचित करते हुए कहा है कि कक्षा एक से 12वीं तक की किताबें उपलब्ध हैं. सभी मदरसों की ओर से पुस्तक की एक सेट खरीदना अनिवार्य है. वर्ग वस्तानिया के लिए एक सेट पुस्तकों का मूल्य 3039 रुपये, वर्ग फौकानिया तक की पुस्तकों का मूल्य 5381 रुपये और मौलवियों तक की पुस्तकों का मूल्य 8934 रुपये निर्धारित है.
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