संवाददाता, पटना राज्य में चल रहे जमीन सर्वे को लेकर सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों को अपने-अपने जिलों में निरंतर क्षेत्रीय भ्रमण का निर्देश दिया गया है. साथ ही उन्हें दूसरे चरण के सर्वे की तैयारी जल्द से जल्द से पूरी करने और सभी सर्वे शिविरों को व्यक्तिगत रूप से देखने की जिम्मेदारी दी गयी है. इसका मकसद जमीन सर्वे की समस्याओं को खत्म करना और सर्वे में तेजी लाना है. यह निर्देश राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने बंदोबस्त पदाधिकारियों के मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहीं. बैठक का आयोजन शास्त्रीनगर स्थित सर्वे प्रशिक्षण संस्थान में किया गया था. अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने लोगों को आसानी से पहुंच सकने वाली जगहों पर सर्वे शिविरों को बनाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि शिविर का गठन अंचल या अंचल कार्यालय के आसपास ही किया जाना चाहिए. इससे शिविर का प्रचार-प्रसार अच्छी तरह होगा. अंचल कार्यालय परिसर के आधुनिक अभिलेखागारों में शिविर गठन होने से उसमें उपलब्ध कंप्यूटर व प्रिंटर आदि का इस्तेमाल सर्वे के कार्य में किया जा सकेगा. बंदोबस्त पदाधिकारियों को उनके क्षेत्र के अंचलों के शिविरों का स्थान, शिविर प्रभारी का नाम और मोबाइल नंबर स्थानीय अखबारों में प्रकाशित करवाने का निर्देश दिया गया. इसका मकसद शिविर ढूंढने में आमलोगों को सहूलियत देना है. अगले एक सप्ताह में ग्राम सभा पूरा करने का निर्देश बैठक में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव और भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जय सिंह ने अगले एक सप्ताह में बचे हुए सभी गांवों में ग्रामसभा का आयोजन करने का अधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि 43 हजार 138 गांवों में भूमि सर्वे शुरू किया गया है. इनमें से 35 हजार 454 ग्रामों में ग्रामसभा आयोजित हो चुकी है. भूमि सर्वे में 2611 मौजों को शामिल नहीं किया गया है. ये शहरी क्षेत्र, असर्वेक्षित, टोपोलैंड या फिर किसी कारण से विवादित क्षेत्र हैं. खतियान बनाने के लिए हो रहा तेरीज लेखन जय सिंह ने कहा कि खतियान बनाने के लिए तेरीज लेखन का काम 13626 मौजों में शुरू किया गया था, जिसमें 8014 मौजों में यह पूरा हो चुका है. अगले एक महीने में बचे हुए 5612 मौजों में इसे पूरा किया जायेगा. ग्रामसभा के बाद अमीन को खतियान का सार यानी तेरीज लेखन का काम करना है. समीक्षा में पाया गया कि रोहतास जिले में लगभग 10 हजार रैयतों द्वारा स्वघोषणा अपलोड की गयी है, बाकि जिलों में यह काम धीमी गति से हो रहा है. निदेशालय की वेबसाइट पर स्वघोषणा अपलोड किया जा सकता है या शिविर में जाकर हाथों हाथ दिया जा सकता है. सचिव ने कहा कि रैयतों को यह सुविधा सीमित अवधि के लिए ही दी गयी है इसलिए उन्हें यह काम प्राथमिकता के आधार पर कर लेना चाहिए. बैठक में विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी लक्ष्मण तिवारी सहित सभी जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी और सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी (मुख्यालय) उपस्थित थे.
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