पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में होंगे इंटरनेशनल मैच, विश्वस्तरीय होगी सुविधा, जानें क्या है तैयारी
पटना के मोइनुल हक स्टेडियम को वर्ल्ड क्लास बनाया जा रहा है, ताकि यहां अंतर्राष्ट्रीय मैच हो सकेंगे. इस स्टेडियम का पुनर्निर्माण 400- 500 करोड़ रुपए से होगा और यहां 40 से 50 हजार लोगों के बैठने की क्षमता होगी.
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राजधानी पटना का मोइनुल हक स्टेडियम जल्द ही विश्वस्तरीय क्रिकेट स्टेडियम के रूप में नजर आने वाला है. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए तेजी से काम कर रहा है. यहां विश्व कप, चैंपियन ट्रॉफी और आईपीएल समेत सभी अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित किए जा सकेंगे. इसके लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है.
क्या-क्या होंगी सुविधाएं?
- 40-50 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था
- आधुनिक ड्रेसिंग रूम और पवेलियन
- कॉर्पोरेट बॉक्स और वीआईपी लाउंज
- प्रेस बॉक्स और मैच अधिकारियों के लिए विशेष सुविधाएं
- पांच सितारा होटल और छात्रावास
- स्विमिंग पूल और इनडोर क्रिकेट सुविधा
- टेनिस, बैडमिंटन और वॉलीबॉल कोर्ट
- आधुनिक जिम, स्पा और फिजियो रूम
- वीडियो एनालिसिस सेंटर
- रेस्तरां और क्लब हाउस
- कॉन्फ्रेंस हॉल और सेमिनार रूम
- शुद्ध पेयजल और उच्चस्तरीय शौचालय
कितना खर्च आएगा?
स्टेडियम के पुनर्निर्माण पर 400 से 500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. इसके अलावा सालाना रखरखाव पर 15 से 20 करोड़ रुपये खर्च होंगे. मोइनुल हक स्टेडियम में खिलाड़ियों को सुरक्षा के साथ-साथ परिवहन की सुविधा भी दी जाएगी. 31.25 एकड़ के इस परिसर में चारदीवारी होगी. प्रवेश और निकास के लिए चार मुख्य द्वार बनाए जाएंगे.
कब होगा निर्माण कार्य?
बिहार सरकार द्वारा स्टेडियम परिसर को बीसीसीआई को 30 साल की लीज पर दिए जाने के बाद विशेषज्ञों की टीम ने इसकी समीक्षा की है. स्टेडियम के पुनर्निर्माण की पूरी प्रक्रिया जल्द पूरी करने और मोइनुल हक स्टेडियम का काम तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य है. यहां 40-50 हजार लोगों के बैठने की क्षमता होगी.
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क्या होगा बदलाव?
पहले इसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम सह बहुउद्देशीय खेल परिसर के रूप में बनाने की योजना थी. जिसमें एथलेटिक्स ट्रैक, फुटबॉल और अन्य खेलों की सुविधाएं भी शामिल थीं. लेकिन अब फोकस पूरी तरह से क्रिकेट पर रहेगा.
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